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ट्रेन की चपेट में आने से होमगार्ड जवान की मौत, जामताड़ा रेलवे साइडिंग में हुआ हादसा

जामताड़ा में होमगर्ड जवान की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हो गई. हादसा जामताड़ा रेलवे साइडिंग पर हुआ. जवान को वहां कोयला चोरी रोकने के लिए तैनात किया गया था. Home guard jawan died in jamtara

Home guard jawan died in jamtara after being hit by train
Home guard jawan died in jamtara after being hit by train
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 5, 2023, 9:25 AM IST

Updated : Nov 5, 2023, 10:10 AM IST

जामताड़ा में होमगर्ड जवान की मौत

जामताड़ा: जिले में एक होमगार्ड जवान की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हो गई. घटना जामताड़ा रेलवे साइडिंग की है. वो कोयला चोरी रोकने के लिए ड्यूटी पर तैनात था. घटना के बाद से परिजनों में मातम है. हादसा रविवार अहले सुबह हुआ.

ये भी पढ़ेंः Accident in Dhanbad: धनबाद में सीआईएसएफ जवान की दर्दनाक मौत, ड्यूटी के दौरान हुआ हादसा

होमगार्ड जवान की मौतः घटना को लेकर बताया जाता है कि होमगार्ड जवान उदित सिंह बीते एक महीने से नाइट ड्यूटी कर रहे थे. रेलवे साईडिंग से रेलवे रैक में ट्रेन लोड हो जाने के बाद जिसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी आरपीएफ की होती है, उसके लिए होमगार्ड के जवान को ड्यूटी पर लगाया गया था. बताया जाता है कि इसी दौरान कोयला चोरी करने पहुंचे सैकड़ों की संख्या में कोयला चोर को रोकने के लिए जवान ने उन्हें खदेड़ा. इसी बीच ट्रेन के चपेट में आने से उनकी मौत हो गई.

घटना के बाद परिजनों में मातमः घटना के बाद मृतक होमगार्ड के घर में मातम छाया हुआ है. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. बताया जाता है कि परिवार में उदित सिंह ही एकमात्र कमाने वाले थे, उनकी ही कमाई पर घर चलता था.

परिजनों को उचित मुआवजा और नौकरी देने की मांगः होमगार्ड जवान अपने साथी होमगार्ड जवान उदित सिंह के परिजनों के लिए उचित मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. होमगार्ड के जवानों का कहना है कि इतने बड़े रेलवे साइडिंग में होमगार्ड जवान को सुरक्षा के लिए लगाया गया है. कोई सुविधा नहीं दी गई है. करीब 300 से 400 संख्या में प्रतिदिन कोयला चोर रेलवे साइडिंग में कोयला चोरी करने पहुंचते हैं. घटना के दिन होमगार्ड जवान को रात में कोयला चोरी रोकने के लिए सुरक्षा में लगाया गया था. सुबह कोयला चोरी करने पहुंचे कोयला चोरों को खदेड़ने के क्रम में ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई.

चितरा से जामताड़ा रेलवे साइडिमग तक कोयले की ढुलाईः यूसीएल के चितरा कोलियवरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक कोयले की डंपर से ढुलाई की जाती है. करीब 300 से 400 की संख्या में डंपर से कोयले की ढुलाई होती है. बताया जाता है कि चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई के क्रम में रास्ते में काफी संख्या में कोयले की चोरी डंपर से कर ली जाती है. उसके बाद जामताड़ा रेलवे साइडिंग में कोयला पहुंचने के बाद रेलवे रैक से कोयला को विभिन्न ताप घर में भेजा जाता है. रेलवे रैक में कोयला लोडिंग के पश्चात प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में कोयला चोर रेलवे साईडिंग से कोयला चोरी करने पहुंचते हैं. कोयला चोरी कर तस्करी की जाती है. कोयला चोरी रोकने को लेकर होमगार्ड के जवान को लगाया गया है, लेकिन आज तक कोई आर्म्स बल आरपीएफ की सुरक्षा बल सीआईएसएफ के जवान को नहीं लगाया जाता है. जबकि इस कोयला चोरी और तस्करी में बड़े-बड़े तस्कर के हाथ रहते हैं.

जामताड़ा में होमगर्ड जवान की मौत

जामताड़ा: जिले में एक होमगार्ड जवान की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हो गई. घटना जामताड़ा रेलवे साइडिंग की है. वो कोयला चोरी रोकने के लिए ड्यूटी पर तैनात था. घटना के बाद से परिजनों में मातम है. हादसा रविवार अहले सुबह हुआ.

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होमगार्ड जवान की मौतः घटना को लेकर बताया जाता है कि होमगार्ड जवान उदित सिंह बीते एक महीने से नाइट ड्यूटी कर रहे थे. रेलवे साईडिंग से रेलवे रैक में ट्रेन लोड हो जाने के बाद जिसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी आरपीएफ की होती है, उसके लिए होमगार्ड के जवान को ड्यूटी पर लगाया गया था. बताया जाता है कि इसी दौरान कोयला चोरी करने पहुंचे सैकड़ों की संख्या में कोयला चोर को रोकने के लिए जवान ने उन्हें खदेड़ा. इसी बीच ट्रेन के चपेट में आने से उनकी मौत हो गई.

घटना के बाद परिजनों में मातमः घटना के बाद मृतक होमगार्ड के घर में मातम छाया हुआ है. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. बताया जाता है कि परिवार में उदित सिंह ही एकमात्र कमाने वाले थे, उनकी ही कमाई पर घर चलता था.

परिजनों को उचित मुआवजा और नौकरी देने की मांगः होमगार्ड जवान अपने साथी होमगार्ड जवान उदित सिंह के परिजनों के लिए उचित मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. होमगार्ड के जवानों का कहना है कि इतने बड़े रेलवे साइडिंग में होमगार्ड जवान को सुरक्षा के लिए लगाया गया है. कोई सुविधा नहीं दी गई है. करीब 300 से 400 संख्या में प्रतिदिन कोयला चोर रेलवे साइडिंग में कोयला चोरी करने पहुंचते हैं. घटना के दिन होमगार्ड जवान को रात में कोयला चोरी रोकने के लिए सुरक्षा में लगाया गया था. सुबह कोयला चोरी करने पहुंचे कोयला चोरों को खदेड़ने के क्रम में ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई.

चितरा से जामताड़ा रेलवे साइडिमग तक कोयले की ढुलाईः यूसीएल के चितरा कोलियवरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक कोयले की डंपर से ढुलाई की जाती है. करीब 300 से 400 की संख्या में डंपर से कोयले की ढुलाई होती है. बताया जाता है कि चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई के क्रम में रास्ते में काफी संख्या में कोयले की चोरी डंपर से कर ली जाती है. उसके बाद जामताड़ा रेलवे साइडिंग में कोयला पहुंचने के बाद रेलवे रैक से कोयला को विभिन्न ताप घर में भेजा जाता है. रेलवे रैक में कोयला लोडिंग के पश्चात प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में कोयला चोर रेलवे साईडिंग से कोयला चोरी करने पहुंचते हैं. कोयला चोरी कर तस्करी की जाती है. कोयला चोरी रोकने को लेकर होमगार्ड के जवान को लगाया गया है, लेकिन आज तक कोई आर्म्स बल आरपीएफ की सुरक्षा बल सीआईएसएफ के जवान को नहीं लगाया जाता है. जबकि इस कोयला चोरी और तस्करी में बड़े-बड़े तस्कर के हाथ रहते हैं.

Last Updated : Nov 5, 2023, 10:10 AM IST
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