रामगढ़ः हजारीबाग के बरही थाना क्षेत्र के दूलमुहा गांव में सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए विवाद में रूपेश पांडेय की मौत हो गई थी. इस हत्याकांड के खिलाफ रविवार को एक हिंदू संगठन की ओर से रामगढ़ बाजार बंद का आह्वान किया गया था. बंद के दौरान हिंदू संगठनों के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और हत्यारों के लिए फांसी की सजा की मांग की और परिजनों के लिए मुआवजा भी मांगा.
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स्थानीय लोगों के मुताबिक हिंदू संगठन की ओर से बुलाई गई बंद की वजह से शहर की लगभग दुकानें बंद रहीं. वहीं, सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. बंद समर्थकों ने पूरे शहर में रैली निकालकर भ्रमण किया और हत्यारों के लिए फांसी की सजा की मांग की. इस दौरान हत्या और हेमंत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. बंद समर्थकों ने कहा कि हिंदू संगठनों की मांग पर रामगढ़ बंद सफल रहा है. हालांकि, बंद को देखते हुए जिला पुलिस प्रत्येक चौक-चौराहों पर तैनात थी, ताकि किसी प्रकार की कोई अनहोनी घटना नहीं हो सके.
भारतीय जानता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा की सरस्वती पूजा विसर्जन के दौरान बरही के छात्र रूपेश पांडेय की निर्मम हत्या की गई. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार रूपेश की हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए, अन्यथा यह आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, धर्मेंद्र भोपाली ने कहा कि बहरी हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच हो, ताकि दोषी को फांसी की सजा मिल सके.