रामगढ़: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन के राज्यसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन के बाद अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे थे, जहां लोगों ने परंपरागत तरीके से उनका स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं भी सुनी. हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन के पैतृक गांव पहुंचने से गांव में जश्न का माहौल दिख रहा था. झारखंड का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सपरिवार अपने गांव नेमरा में कुल देवता की पारंपरिक पूजा करने पहुंचे थे और पारिवारिक पूजा भी की.
जिम्मेदारियों को निभाने पैतृक गांव पहुंचे
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ पिता दिसोम गुरु शिबू सोरेन माता रुपी सोरेन हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, भाभी सीता सोरेन और परिवार के सभी सदस्य यह पारंपारिक कुल देवता के पूजा के लिए नेमरा पहुंचे थे. इस दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि वह गांव के मांझी हड़ाम है और घर के भी मांझी हड़ाम है, जिसके कारण परिवार और गांव का जिम्मेदारी उनके कंधों पर है. दोनों जिम्मेदारियों को निभाने के लिए वह आज अपने पैतृक गांव पहुंचे हैं.
होली और बाहा पर्व की शुभकामनाएं
सीएम ने सभी को होली और बाहा पर्व की शुभकामनाएं दी और कहा कि अपने घर आना हमेशा ही एक अलग एहसास होता है. गांव के विकास से राज्य के विकास का रास्ता जुड़ा हुआ है, इसलिए सरकार की यह प्राथमिकता है कि विकास को राज्य के कोने-कोने तक पहुंचाना हैं. इसके लिए हम योजनाबद्ध तरीके से लगातार काम कर रहे हैं.
ये भी देखें- पीएम मोदी से मिलने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छोड़ा कांग्रेस का 'हाथ'
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार गांव आने कि सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद संवैधानिक है, लेकिन अपने गांव अपने घर आने का एक अलग महत्व है. जिस प्रकार से गांव वालों ने मेरा स्वागत किया है उसे देख मैं यह कह सकता हूं कि यह पल यादगार है, जो हमेशा हृदय में बसा रहेगा. मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार वह नेमरा अपने पैतृक घर पहुंचे थे.
सैकड़ों लोगों की समस्या सुनी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आगमन को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी. सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल को लगाया गया था. अपने पैतृक आवास में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों के साथ काफी समय बिताया. सैकड़ों लोगों की समस्या को सुना और समाधान करने का आश्वासन भी दिया. कई समस्याओं का ऑन द स्पॉट समाधान भी कराया गया.
ये भी देखें-कोरोना वायरस का इफेक्ट, पीएम की अपील के बाद बीजेपी खेमे में सादगी पूर्ण होली
बिजली कटौती पर दी जानकारी
हेमंत सोरेन ने रामगढ़ जिले में लगातार बिजली कटौती के बारे में कहा कि अन्य राज्यों में 25000 करोड़ के बकाया रहने के बाद भी वहां इस तरह की समस्या नहीं आती है. लगभग 5000 करोड़ के बकाया में बिजली कटौती की जा रही है. सरकार इसे काफी गंभीरता से ले रही है और जल्द ही इस मामले को सुलझा लिया जाएगा. इस समस्या को लेकर समीक्षा बैठक की जाएगी. साथ ही डीवीसी के अधिकारियों के साथ बैठक कर जल्दी इस समस्या का समाधान किया जाएगा, ताकि लोगों को किसी भी तरह का समस्या का सामना नहीं करना पड़े.