रामगढ़: दो घूसखोरी का मामला सामने आया है. जिसमें पहला मामला हजारीबाग जिले के डाड़ी प्रखंड का है, जहां मनरेगा जूनियर इंजीनियर सुशील केसरी को, एसीबी की टीम ने दस हजार रुपए घूस की रकम के साथ गिरफ्तार किया गया है. वहीं दूसरा मामला सिरका का है, जहां सीसीएल पर्सनल ऑफिस के क्लर्क संदीप कुमार को 30 हजार रुपए रिश्वत के साथ सीबीआई ने गिरफ्तार किया है.
इसे भी पढ़ें: Crime News Jamshedpur: बागबेड़ा एएसआई गिरफ्तार, थाना में रिश्वत लेते एसीबी ने पकड़ा
जूनियर इंजीनियर सुशील केसरी गिरफ्तार: पहली घटना रामगढ़ जिले से सटे हजारीबाग जिले के डाड़ी प्रखंड की है. जहां मनरेगा में कार्यरत जूनियर इंजीनियर सुशील केसरी ने योजना के लाभुक से 10000 रुपए की मांग की थी. जिसकी शिकायत लाभुक ने एसीबी से कर दी थी. जिसके बाद एसीबी ने जाल बिछा कर रिश्वत की रकम के साथ मनरेगा जूनियर इंजीनियर को धर दबोचा और गिरफ्तार कर हजारीबाग ले गई. पूरे मामले पर एसीबी के डीएसपी सादिक अनवर रिजवी ने बताया कि इंजीनियर ने लाभुक से रुपए की मांग की थी. जिसकी शिकायत लाभुक द्वारा की गई थी. जब इसका सत्यापन किया गया तो वह सही पाया गया. जैसे ही लाभुक से इंजीनियर ने रकम लिया वैसे ही उसे दबोच लिया गया.
क्लर्क संदीप कुमार गिरफ्तार: वहीं दूसरी घटना में रामगढ़ जिले के सिरका कोलियरी ऑफिस में कार्यरत क्लर्क संदीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें अनुकंपा के आधार पर नौकरी लगवाने के एवज में 30 हजार रुपया घूस लेते सीबीआई की टीम ने गिरफ्तार किया है. सिरका कोलियरी परियोजना में कार्यरत डंपर ऑपरेटर राजु मुंडा की मौत 15 जुलाई 23 को हो गई थी. जिसके बाद अनुकंपा के आधार पर नौकरी के लिए उनकी पत्नी लत्ता देवी ने सिरका परियोजना में आवेदन दिया था. आवेदन को परियोजना पदाधिकारी, सिरका द्वारा सिरका कोलियरी पर्सनल ऑफिस में कार्यरत क्लर्क ग्रेड 2 संदीप कुमार के पास भेज दिया गया. लता देवी ने जब संदीप से संपर्क किया तब संदीप कुमार ने नौकरी को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी से पास कराने को तीस हजार रुपए की मांग की. इस दौरान उसने कहा था कि पैसे नहीं दिए जाने पर नौकरी नहीं होगी. थक हार कर मृतक की पत्नी लता देवी ने पूरे मामले की शिकायत सीबीआई से कर दी थी. दोनों घूसखोर कर्मचारियों को टीम अपने साथ ले गई.