रामगढ़: सोमवार को रामगढ़ कॉलेज में जमकर बवाल हुआ. जबरन तालाबंदी कराने पहुंचे आजसू छात्रसंघ के कार्यकर्ताओं और कॉलेज छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई. दोनों तरफ से लाठी-डंडे चले. इसमें कई लोग घायल हो गए. स्थिति को संभालने पहुंची पुलिस भी भीड़ देखकर मूकदर्शक बनी रही.
यह भी पढ़ें: मधुमक्खियों का आतंक: हमले में बुजुर्ग दंपती की गई जान, लगातार दूसरे दिन बोला हमला
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इसी सत्र से रामगढ़ कॉलेज में प्रबंधन ने इंटर साइंस की पढ़ाई नहीं कराने का फैसला लिया है. इसके पीछे प्रबंधन ने दलील दी है कि कॉलेज में फैकल्टी नहीं हैं और इसकी वजह से इंटर साइंस के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करेंगे. रविवार को कॉलेज प्रबंधन और आजसू छात्रसंघ के बीच बातचीत भी हुई. बैठक में यह तय किया गया कि भविष्य में फैकल्टी आएंगे तो इंटर साइंस की पढ़ाई दोबारा शुरू होगी. लेकिन, रविवार शाम ही आजसू छात्रसंघ ने एक बैठक कर कॉलेज में इंटर साइंस की पढ़ाई बंद होने के विरोध में तालाबंदी का निर्णय लिया और इसको लेकर बकायदा विज्ञापन भी दिया.
सोमवार को आजसू छात्रसंघ के कार्यकर्ता कॉलेज में तालाबंदी करने पहुंचे. इसको लेकर कॉलेज के छात्र और कर्मचारी आक्रोशित हो गए. कॉलेज के छात्रों का कहना है कि अगर इसी तरह हुआ तो पढ़ाई की जगह कॉलेज में सिर्फ बवाल होगा. तालाबंदी गलत है. इंटर साइंस की पढ़ाई के लिए और भी संस्थान हैं. शुरू में तो दोनों तरफ से बहस हो रही थी लेकिन देखते-देखते पूरा कॉलेज परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. मारपीट की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने भी भीड़ देखकर कोई कार्रवाई नहीं की. बाद में और पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और कॉलेज परिसर छावनी में तब्दील हो चुका है.