रामगढ़ः उत्तराखंड के उत्तरकाशी सिल्कयारा निर्माणाधीन सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. इनमें रामगढ़ से सटे ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा के 3 मजदूर भी शामिल हैं. तीनों मजदूरों के परिजन के साथ गांव में खुशी का माहौल देखते ही बन रहा था. सभी भगवान, सरकार के साथ रेस्क्यू में लगी पूरी टीम को धन्यवाद दे रहे थे.
रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के खीराबेड़ा गांव के तीन मजदूर अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया और सुखराम बेदिया पिछले 17 दिनों से टनल में फसे हुए थे. उन्हें सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है. टनल में 17 दिनों से फंसे मजदूर अनिल के पिता चरकु बेदिया ने कहा कि कई मन्नत हमने टनल से बेटे के सकुशल बाहर आने के लिए भगवान से मांगी थी, अब सभी स्थान पर जा कर पूजा करेंगे, जश्न भी मनाएंगे. बेटे के बाहर आने पर वो काफी खुश हैं.
मजदूर अनिल बेदिया की मां ने कहा कि बेटे के सुरक्षित टनल से बाहर निकलने की खबर सुनकर काफी खुश हूं, परिवार के लोग बेहद खुश हैं. अब बस उसे अपनी आंखों में देखना चाहती हूं. 17 दिनों से बेटा सुरंग में फंसा हुआ था, उन्होंने भी बेटे की कुशलता के लिए भगवान से मन्नत मांगी थी, अब बेटा आयेगा तब सभी स्थानों में पूजा अर्चना करेगी. काफी चिंता लगी हुई थी, आंखें अपने बेटे को देखने के लिए तरस रही हैं. सुकरी देवी अनिल बेदिया की बड़ी मौसी ने भी कहा कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है. राज्य सरकार और मोदी सरकार को धन्यवाद दिया.
आपको बता दें कि खीराबेड़ा गांव के नरेश बेदिया, ब्रजकिशोर बेदिया, राजू बेदिया, कृष्णा मुंडा, रवि बेदिया, शंकर बेदिया सहित नौ मजदूर उतराखंड गए हुए हैं. जो पल पल की खबर परिजनों को दे रहे थे, टनल से बाहर निकलने के बाद उन्होंने परिजनों से बात भी करवाई.
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