रामगढ़: गोला और दुलमी क्षेत्र में विचरण करते हाथियों के झुंड ने इलाके में कहर बरपाया. गोला के साड़म गांव अंतर्गत मसरीडीह में एक शख्स को जंगली हाथियों ने कुचलकर मार डाला. वहीं, चार लोगों को घायल भी किया है.
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कैसे हुई शख्स की मौत?
जानकारी के मुताबिक मृतक ताराचंद महतो सुबह हल-बैल लेकर खेत की ओर जा रहे थे. घर से थोड़ी दूर ही किसान ताराचंद पहुंचे थे कि जंगली हाथियों का झुंड अचानक से वहां आ गया. जंगली हाथी ने किसान को अपनी सूंड में उठाकर पटक दिया. हाथियों ने जब ताराचंद को अपनी चपेट में लिया था, तब उसे बचाने के लिए गांव के ही कई लोग हाथियों को भगाने के लिए आगे आए. अपनी जान की परवाह ना करते हुए भी हाथियों का सामना किया, जिससे मसरीडीह के मथुरा महतो, विशेश्वर महतो समेत चार लोग घायल हो गये हैं. सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला में भर्ती कराया गया है.
वन विभाग की कोई कार्रवाई नहीं
हाथियों का ये झुंड दुलमी और गोला प्रखंड के कई गांवों में विचरण कर रहा है, लेकिन वन विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे है. हाथी कादीपुर गांव की ओर प्रवेश कर रहे हैं और घरों में घुसकर सारा सामान तहस-नहस कर रहे हैं. मजबूरी में लोग रात को भी जाग रहे हैं ताकि अगर हाथियों का झुंड आए, तो वो अपनी रक्षा कर सकें.
मुआवजे की मांग
मृतक के परिजन और स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग से एक लाख रुपये मुवावजे की मांग की है. ग्रामीणों ने सरकार और वन विभाग से हाथियों से बचाव के लिए उचित व्यवस्था की मांग की है.
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वन विभाग के वनकर्मी ने बताया है कि वन विभाग की ओर से 10 हजार रुपये मुआवजा परिजनों को दिया गया है. बाकी 3 लाख 90 हजार रुपये प्रक्रिया के बाद परिजनों को दिए जाएंगे. वन विभाग की टीम पहुंचकर हाथियों को भगाने का प्रयास करती है, लेकिन पिछले 1 हफ्ते से हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है. वन विभाग के पदाधिकारी और कर्मचारी कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं. पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में जंगली हाथी काफी उत्पात मचा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना के बाद वन विभाग के अधिकारी मुआवजे की मांग कर रहे हैं. ग्रामीण काफी आक्रोशित भी नजर आ रहे हैं. पुलिस भी मौके पर कैंप कर रही है ताकि किसी भी तरह की कोई अनहोनी ना हो पाए.