रामगढ़: रामगढ़ उपचुनाव प्रचार का चुनावी शोर थम गया. 27 फरवरी को रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होगा और इसके लिए चुनावी प्रचार का अंतिम दिन 25 फरवरी था. सभी दावे और वादे जनता के बीच रख दिए गए हैं. चुनावी प्रचार का शोर थम जाने के बाद अब प्रत्याशी डोर टू डोर जाकर लोगं से वोट की अपील कर रहे हैं. 27 फरवरी को जनता अपने मताधिकार का प्रयोग करेगी और उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद करेगी.
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रामगढ़ उपचुनाव को लेकर 31 जनवरी से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जो 7 फरवरी तक चली. 10 फरवरी तक नाम वापसी की अधिसूचना जारी की गई थी. रामगढ़ के उपचुनाव में आजसू और भाजपा गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रहा है, जबकि महागठबंधन के साथ कांग्रेस के उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
चुनावी जंग में उतरे हैं ममता देवी के पति: 2016 में हुए गोला-गोली कांड में रामगढ़ विधायक ममता देवी आरोपी थीं. 8 दिसंबर 2022 को अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया था. 13 दिसंबर 2022 को हजारीबाग के एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें 5 साल की सजा सुनाई, जिससे उनकी विधायकी खत्म हो गई और रामगढ़ विधानसभा की सीट खाली हो गई. इसी खाली सीट के लिए अभी उपचुनाव हो रहा है. 27 फरवरी 2023 को मतदान की प्रक्रिया निश्चित की गई है. रामगढ़ उपचुनाव में ममता देवी के पति कांग्रेस की तरफ से चुनावी मैदान में हैं.
सीएम ने भी की कई रैलियां: रामगढ़ में चुनावी फतह को लेकर के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 19 फरवरी से लगातार डेरा जमाए रखा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में कई चुनावी रैली की, साथ ही जुलूस भी निकाले और लोगों से कांग्रेस के पक्ष में वोट देने के लिए अपील की. इस दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाने में भी हेमंत सोरेन पीछे नहीं रहे. उन्होंने कहा कि 1932 खतियान आधारित स्थानीयता से लेकर के रोजगार देने तक के काम में हमारी सरकार सक्रिय होकर के काम कर रही है.
अब जनता करेगी फैसला: रामगढ़ उपचुनाव को लेकर के झारखंड मुक्ति मोर्चा का दावा है कि हेमंत सरकार ने जो काम किया है, उसके आधार पर उसे रामगढ़ के उपचुनाव में फतह मिलेगी. वहीं बीजेपी का दावा है कि सिम्पैथी वोट बैंक और भ्रष्टाचार के आधार पर जिस वोट बैंक को साधने की कोशिश झारखंड मुक्ति मोर्चा ने किया है, उसमें वह पूरी तरह फेल हो गई है और रामगढ़ चुनाव पर उनकी हार तय है. बहरहाल दावे और वादों का शोर अब हम चुका है. 27 फरवरी को रामगढ़ सीट पर मतदान होगा और जनता नेताओं के दावों और वादों पर अपने मताधिकार का प्रयोग कर नेताओं की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद करेगी.