रामगढ़: जिले के जेएम कॉलेज में वर्तमान प्राचार्य और पूर्व प्राचार्य की लड़ाई में पूर्व प्राचार्य ने कॉलेज के कमरों में ताला जड़ दिया है. जिसके कारण कॉलेज के कार्यकलापों में बाधा उत्पन्न हो रही है. बता दें कि वर्तमान प्रभारी प्राचार्य सहित शिक्षक और स्कूली छात्र-छात्राएं ग्राउंड पेड़ के नीचे या स्टैंड के शेड में बैठकर काम कर रहे हैं. जिसके कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
विश्वविद्यालय ने कुलपति को पत्र लिखा
जेएम कॉलेज में 2 महीने से किसी भी शिक्षक को वेतन नहीं मिला है. इस तरह काम करने से शिक्षकों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसे लेकर विश्वविद्यालय ने कुलपति को पत्र लिखा. ताकि समस्याओं का समाधान हो सके.
कमरों में जड़ा है ताला
बता दें कि पूर्व प्रचार्य रामानुज सिंह की उम्र जनवरी में 65 वर्ष हो गई, लेकिन उन्होंने तीन साल का विभागीय एक्सटेंशन के नियमों को ताक पर रख दिया है और कॉलेज के कमरों में ताला लगा दिया है.
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कॉलेज में कब्जा जमाएं हुए हैं पूर्व प्राचार्य
जनवरी महीने में रामानुज सिंह के 65 वर्ष पूरा होने के बाद उन्हें सेवानिवृत्त दी गई थी. विनोबा भावे विश्वविद्यालय से डॉक्टर विद्यानंद तिवारी को कॉलेज का प्राचार्य बनाया गया है. लेकिन वे अभी भी रामानुज सिंह कॉलेज पर कब्जा जमाए हुए हैं. वहीं नए प्रिंसिपल के चार्ज में डॉक्टर विद्यानंद तिवारी को विश्वविद्यालय हजारीबाग शासी निकाय से चुना गया. लेकिन पूर्व प्रिंसिपल रामानुज सिंह के कुर्सी नहीं छोड़ने की वजह से कॉलेज के कार्यकलाप में इस विवाद के कारण बाधा उत्पन्न हो रही है.
कॉलेज में गुटबाजी
प्रिंसिपल कार्यालय बंद होने के बावजूद भी वर्तमान प्रिंसिपल विद्यानंद तिवारी साइकिल स्टैंड में बैठकर सारे काम को कर रहे हैं. लेकिन कॉलेज में व्याप्त हुई गुटबाजी के कारण प्राचार्य का विवाद खत्म नहीं हो रहा है.