रामगढ़: कोरोना वायरस से बचाव और इसके रोकथाम हेतु पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के बाद बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर रामगढ़ जिला वापस लौट रहे हैं. इसको देखते हुए और सभी को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले के उप विकास आयुक्त ने प्रभारी परियोजना पदाधिकारी, मनरेगा के साथ गोला प्रखंड अंतर्गत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा का निरीक्षण कर वहां मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों का जायजा लिया.
ये भी पढ़ें: लॉकडाउन में मां दुर्गा का मंदिर बना सहारा, गरीबों और बेसहारों को मिल रहा अनाज
निरीक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त ने नेमरा में नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना के तहत हाथीजोबरा चेक डैम के पुननिर्माण का कार्य शुरू कराया. वहीं, चेक डैम के पुनर्जीवन हेतु किए जा रहे डिसिल्टेशन कार्य का भी जायजा लिया. इसके साथ ही आज उप विकास आयुक्त ने नेवरा गांव अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण कर वहां मौजूद नालों को नीलांबर पीतांबर जल समृद्धि योजना के तहत जल्द से जल्द पुनर्जीवित करने का निर्देश दिया.
उप विकास आयुक्त ने बीडीओ गोला को निर्देश देते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों से वापस लौट रहे सभी प्रवासी मजदूर जिनके पास मनरेगा जॉब कार्ड नहीं है. उनको जल्द से जल्द मनरेगा जॉब कार्ड उपलब्ध कराते हुए हुए उन्हें रोजगार से जोड़ा जाए. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से यह निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि मनरेगा संबंधित किसी भी कार्य में किसी प्रकार की कोई मशीनरी का इस्तेमाल नहीं किया जाए, बल्कि सारा कार्य वास्तविक मजदूरों द्वारा ही किया जाए. इस दौरान निरीक्षण के सभी अधिकारियों को मनरेगा सहित अन्य किसी भी कार्य के दौरान अनिवार्य रूप से सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग करते हुए ही कार्य करने का निर्देश दिया गया है.