ETV Bharat / state

शारदीय नवरात्र में रजरप्पा मंदिर की सजावट, फूलों के श्रृंगार से कारीगरों ने मंदिर को बनाया और भी भव्य

रामगढ़ के रजरप्पा मंदिर को नवरात्र के अवसर पर फूलों से सजाया गया है. मंदिर की यह सजावट लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.

रजरप्पा मंदिर की सजावट
author img

By

Published : Oct 3, 2019, 9:54 PM IST

रामगढ़: देश में इन दिनों नवरात्र की धूम मची है. तरह-तरह से माता के मंदिर को सजाकर, विभिन्न परंपराओं- रीति-रिवाजों के अनुसार माता की आराधना की जा रही है. इसी तर्ज पर झारखंड का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा मंदिर भी शारदीय नवरात्र पर पूरी तरह से सज-धज को तैयार हो गया है. रजरप्पा मंदिर को इस बार फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है.

देखें पूरी खबर


रजरप्पा मंदिर की सजावट बनी आकर्षक का केंद्र
रजरप्पा मंदिर की सजावट कोलकाता के कारीगरों ने की है. कारीगरों ने फूलों से मंदिर को एक से नाव की शक्ल दी है. वहीं मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा भी की गई है जो लोगों के बीच आकर्षक का केंद्र बन रखा है.

ये भी पढ़ें- शारदीय नवरात्र: अलौकिक है रजरप्पा की मां छिन्नमस्तिके का स्वरूप, दूर-दूर से दर्शन को आते हैं भक्त


लोगों का लगता है तांता
बता दें कि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को इस बार हाथी पर सवार होकर माता का आगमन हुआ है. माना जाता है कि माता के हाथी पर आने का अर्थ यह है कि इस साल अत्यधिक बारिश होगी. इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिनों की है. इस दौरान साधना और हवन के लिए देश के कोने-कोने से साधु-संत और साधक यहां पहुंचकर साधनापाठ करते हैं.

रामगढ़: देश में इन दिनों नवरात्र की धूम मची है. तरह-तरह से माता के मंदिर को सजाकर, विभिन्न परंपराओं- रीति-रिवाजों के अनुसार माता की आराधना की जा रही है. इसी तर्ज पर झारखंड का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा मंदिर भी शारदीय नवरात्र पर पूरी तरह से सज-धज को तैयार हो गया है. रजरप्पा मंदिर को इस बार फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है.

देखें पूरी खबर


रजरप्पा मंदिर की सजावट बनी आकर्षक का केंद्र
रजरप्पा मंदिर की सजावट कोलकाता के कारीगरों ने की है. कारीगरों ने फूलों से मंदिर को एक से नाव की शक्ल दी है. वहीं मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा भी की गई है जो लोगों के बीच आकर्षक का केंद्र बन रखा है.

ये भी पढ़ें- शारदीय नवरात्र: अलौकिक है रजरप्पा की मां छिन्नमस्तिके का स्वरूप, दूर-दूर से दर्शन को आते हैं भक्त


लोगों का लगता है तांता
बता दें कि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को इस बार हाथी पर सवार होकर माता का आगमन हुआ है. माना जाता है कि माता के हाथी पर आने का अर्थ यह है कि इस साल अत्यधिक बारिश होगी. इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिनों की है. इस दौरान साधना और हवन के लिए देश के कोने-कोने से साधु-संत और साधक यहां पहुंचकर साधनापाठ करते हैं.

Intro:झारखंड का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा मंदिर शारदीय नवरात्र पर पूरी तरह से सज धज को तैयार है रजरप्पा मंदिर को कोलकाता के कार्यक्रमों द्वारा भव्य तरीके से सजाया गया है इस बार कारीगरों ने फूल से नाव की शक्ल दी है मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा भी की गई है जो रात में पूरी तरह से जगमगा रहा है


Body:आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को हाथी पर सवार होकर माता का आगमन हुआ है हाथी पर आने का अर्थ यह है कि इस साल अत्यधिक बारिश होगी ।

इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिनों की है नवरात्र पर छिन्मस्तिका मंदिर में विशेष तैयारी की गई है पूरे मंदिर परिसर को भाभी फूलों से सजाया गया है साथी साथ दूधिया रोशनी से पूरा मंदिर प्रक्षेत्र नहा रहा है।
साधना और हवन के लिए झारखंड सहित बिहार पश्चिम बंगाल उड़ीसा उत्तर प्रदेश सहित देश के कोने कोने से साधु संत और साधक यहां पहुंचकर 9 दिनों तक साधना व पाठ करते हैं।

छिन्नमस्तिका मंदिर रंग-बिरंगे और खुशबूदार फूलों से सजा नजर आ रहा है शाम होते ही मनमोहक रोशनी से पूरा क्षेत्र नहा उठता है कोलकाता से आए कारीगरों ने 20 दिनों तक दिन-रात कर छिन्मस्तिका मंदिर को सजाया है


बाइट-- लोकेश पंडा पुजारी रजरप्पा मंदिर


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.