रामगढ़: बरकाकाना रेलवे साइडिंग मे रैक लोडिंग को लेकर पिछले 10 दिनों से चल रहे विवाद के समर्थन में गुरुवार को रामगढ़ और बड़कागांव विधानसभा के दोनों विधायकों ने चेतावनी दी थी. जब तक ग्रामीणों के साथ वार्ता नहीं होती है तब तक रैक अनलोडिंग का काम नहीं होगा लेकिन बिना वार्ता के ही फिर से गुरूवार को आयरन ओर लदा एक रैक बरकाकाना 9 नंबर मिलिट्री रेलवे साइडिंग में आ गया. जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और काम को पूरी तरह रोक दिया. इसके साथ ही रैक खाली करवाने पहुंचे किस्कु कंस्ट्रक्शन के लिफ्टरों को भगा दिया. इस मामले की जानकारी होने के बाद रामगढ़ जिले की पांच थाना की पुलिस रेलवे साइडिंग में कैंप कर रही है ताकि किसी भी तरह की कोई अनहोनी ना होने पाए.
क्या है पूरा मामला
बरकाकाना रेलवे साइडिंग में रैक अनलोडिंग को लेकर जमकर बवाल हो रहा है. 20 सालों से काम कर रहे लिफ्टर से काम छीने जाने के बाद कंपनियां दूसरे दूसरे लिफ्टर को काम दे दिया है. इसके बाद पहले अनलोड करने को लेकर दोनों लिफ्टरों के बीच विवाद हुआ. वर्तमान में काम कर रही लिफ्टिंग कंपनी ने पूर्व के लिफ्टर ऊपर मामला भी दर्ज कराया था और अब स्थानीय विस्थापितों के साथ विवाद शुरू हो गया है.
विस्थापितों ने लगाया आरोप
विस्थापितों ने नए लिफ्टर के लोगों को अनदेखा करने का आरोप लगाया है. नए लिफ्टर मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं. इसका भी आरोप लगाया गया है. गुरूवार को इस विवाद को सुलझाने के लिए बरकाकाना ओपी परिसर में बैठक का आयोजन किया गया था लेकिन बैठक में वर्तमान लिफ्टर किस्कु प्राइवेट लिमिटेड के ना ही पदाधिकारी ना ही संचालक वार्ता में पहुंचे. जिसके बाद दोनों विधायकों ने किसी भी हाल में बिना वार्ता के रैक अनलोडिंग का काम नहीं करने की चेतावनी दी थी.
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इसके बावजूद आयरन और लदे 9 नंबर साइडिंग में खाली कराने के लिए आया जिसके बाद स्थानीय ग्रामीण और लिफ्टरों के बीच फिर से विवाद हुआ. स्थानीय विस्थापितों ने नए लिफ्टरों को खदेड़ दिया और पूरी तरह से काम को बाधित कर दिया है. पूरे मामले को लेकर रामगढ़ जिले के पांच थानों की पुलिस रेलवे साइडिंग में कैंप कर रही है ताकि किसी भी अनहोनी से बचाया जा सके.