रांची/गिरिडीह/कोडरमा: 11 फरवरी 2025 से शुरू हुई JAC बोर्ड की 10वीं की परीक्षा के दौरान आज आयोजित विज्ञान की परीक्षा का पेपर भी लीक हो गया. इससे पहले अलग-अलग स्रोतों से जानकारी मिल रही थी कि JAC बोर्ड की 10वीं विज्ञान सैद्धांतिक का पेपर लीक हो गया है. आज जब विज्ञान की परीक्षा खत्म हुई तो हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम रांची के बालकृष्ण स्कूल परीक्षा केंद्र पहुंची.
परीक्षा भवन से बाहर निकली परीक्षार्थी आंचल मिश्रा ने बताया कि आज सुबह छह बजे एक यूट्यूब चैनल पर जो विज्ञान का पेपर दिखाया जा रहा था, वही पेपर परीक्षा में आया. एसएस प्लस टू स्कूल डोरंडा की छात्रा आंचल ने बताया कि उसे डर था कि विज्ञान का पेपर अच्छा नहीं होगा लेकिन यूट्यूब पर पूरा प्रश्नपत्र देखने का फायदा उसे हुआ और उसने सभी प्रश्न हल किए. उसने यह भी बताया कि हिंदी का पेपर भी लीक हुआ था. वहीं एसएस प्लस टू विद्यालय डोरंडा की छात्रा साहिरा अली ने बताया कि उन्हें पेपर लीक होने की जानकारी थी, लेकिन उन्हें पेपर नहीं मिला. उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से कहा कि इस तरह का पेपर लीक नहीं होना चाहिए.
रांची के बालकृष्ण विद्यालय परीक्षा केंद्र पर तैनात स्टैटिक मजिस्ट्रेट सृष्टि और केंद्राधीक्षक दिव्या सिंह ने कहा कि किसी भी परीक्षार्थी ने पेपर लीक की शिकायत नहीं की और न ही किसी शिक्षक ने ऐसी शिकायत की. उनके केंद्र पर परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई.
20 फरवरी 2025 को परीक्षा से पहले विज्ञान सैद्धांतिक विषय का प्रश्न पत्र वायरल होने की जानकारी मिली थी. आज सुबह परीक्षा शुरू होते ही विज्ञान विषय के वायरल प्रश्न पत्र की जांच जैक द्वारा की गई और जैक के आज के प्रश्न पत्र की जांच की गई तो दोनों प्रश्न पत्र बिल्कुल एक जैसे थे.
परीक्षा रद्द
जैक के अध्यक्ष डॉ नटवा हांसदा ने इस संबंध में ईटीवी भारत को बताया है कि आज सुबह 9.45 बजे जैसे ही प्रश्न पत्र का पैकेट खोला गया तो उसका विज्ञान विषय के वायरल प्रश्न पत्र से मिलान किया गया. मिलान में मामला सही पाया गया है. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि मुख्य सचिव अलका तिवारी ने इस संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक भी की है. जैक चेयरमैन नटवा हांसदा का कहना है कि साइंस थ्योरी की परीक्षा को रद्द कर दी गई है. जैक चेयरमैन ने इस पेपर लीक मामले की तह तक जाने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाने की भी बात कही है.
गिरिडीह में पेपर लीक
रांची के अलावा अन्य जिलों में भी पेपर लीक को लेकर खबरें आती रहीं. गिरिडीह में भी वायरल प्रश्नपत्र और गुरुवार को छात्रों को मिले प्रश्नपत्र बिल्कुल एक जैसे हैं. गुरुवार को जब प्रश्नपत्र का मिलान वायरल प्रश्नपत्र से किया गया तो दोनों एक जैसे निकले. इसके बाद एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. एक बार फिर यह साफ हो गया है कि झारखंड में शिक्षा माफिया हावी हो गए हैं.
गुरुवार को परीक्षा देकर बाहर निकले छात्रों ने बताया कि दो दिन पहले जो प्रश्नपत्र व्हाट्सएप पर आया था, वही प्रश्नपत्र आज मिला है. हालांकि इस विषय पर जब गिरिडीह प्लस टू हाई स्कूल के हेडमास्टर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि प्रश्नपत्र पहले लीक हुआ है.
कोडरमा में छात्रों से की गई बात
आज विज्ञान की परीक्षा का पेपर लीक मामले को लेकर कोडरमा में भी ईटीवी भारत संवाददाता ने मामले की पड़ताल शुरू की, कोडरमा के एक परीक्षा केंद्र के बाहर परीक्षा देकर लौट रहे छात्रों से बात की गई और वायरल प्रश्नपत्र दिखाकर सच्चाई जानने की कोशिश की गई.
जिस पर कई छात्रों ने वायरल प्रश्नपत्र लीक को सही बताया और कहा कि परीक्षा में उन्हें यही प्रश्न दिया गया था, हालांकि कुछ छात्र कैमरे के सामने कुछ नहीं बोले और कैमरे से भागते नजर आए. वहीं कुछ छात्रों ने वायरल प्रश्नपत्र को सही बताया और कहा कि प्रश्नपत्र लीक की बात सही है.
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