रामगढ़ः जिला सदर अस्पताल में मेन्यू चार्ट के आधार पर मरीजों को भोजन मिलना किसी सपने जैसा है. यहां संवेदक अपनी मनमानी कर रहे हैं, जिसे जांच करने की जवाबदेही और जिम्मेवारी है, वह केवल कागजों पर खानापूर्ति कर रहे हैं. ये पूरा मामला रामगढ़ सदर अस्पताल का है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह जिला रामगढ़ सदर अस्पताल में मरीजों को निर्धारित डाइट के अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा है. इतना ही नहीं संवेदक द्वारा भोजन को हाईजीन तरीके से बनवाया भी नहीं जा रहा है. अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने दो तरह की विशेष डाइट चार्ट तैयार किया है लेकिन इन मानकों का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है.
रामगढ़ जिला का 100 बेड का सदर अस्पताल, जहां अस्पताल उपाधीक्षक द्वारा मरीजों को सुपाच्य और पौष्टिक भोजन उपल्बध कराने के लिए डाइट चार्ट बनाया गया है. इस चार्ट में एक 100 रुपया का और दूसरा 125 रुपया का विशेष मेन्यू बनाया गया है. लेकिन सदर अस्पताल के मरीजों को मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिल पा रहा है. इस मामले की जांच करने व डाइट के अनुसार मरीजों को भोजन मिले इसको देखने की फुर्सत संबंधित अधिकारी को नहीं है. यहां मरीजों को सातों दिन एक तरह का नाश्ता, दोपहर और रात का भोजन देकर संवेदक केवल औपचरिकता निभा रहा है.
रामगढ़ सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अमरेंद्र कुमार ने बताया कि कमांडो सिक्योरिटीज फूड सर्विस कंपनी द्वारा मरीजों को भोजन उपलब्ध कराने का टेंडर मिला है. अस्पताल के एक कर्मचारी को खाना टेस्ट करने और मेन्यू के अनुसार मरीज को पौष्टिक भोजन मिले इसका ख्याल रखने का निर्देश दिया गया है. इस बाबत ईटीवी भारत ने उन्हें बताया कि पिछले सात दिन में अस्पताल में भर्ती मरीजों को मेन्यू के अनुसार एक दिन भी भोजन नहीं मिला है. इसको लेकर उन्होंने कहा कि अगर इस तरह की बात होगी तो संवेदक को भुगतान नहीं किया जाएगा. उन्होंने भरोसा देते हुए कहा कि आगामी दिनों से मेन्यू के अनुसार मरीजों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.