रामगढ़: कहते हैं आवश्यकता अविष्कार की जननी होती है. अनलॉक-1.0 के दौरान कई लोगों ने इंसेंटिव आईडिया के तहत काम किए हैं. इसी कड़ी में रामगढ़ जिले के चितरपुर स्थित स्कूलासियम संस्था ने कोरोना वायरस के संक्रमितों से बचने के लिए पीपीई किट (360 डिग्री मास्क) तैयार किया है. साथ ही साथ पैरों से संचालित ऑटोमैटिक सेनेटाइजर मशीन बनाया गया है.
बचाव का एक मंत्र सोशल डिस्टेंसिंग
कोरोना से बचाव का एक मंत्र हैं कि हाथ नहीं मिलाएं, शारीरिक दूरी बनाए रखें. अब किसी भी दुकान, मॉल और ऑफिस में जाने पर हैंड सेनेटाइजर का प्रयोग करना होता है. इसके प्रयोग करने के लिए बोतल को छूना पड़ता है. लोग बार-बार इसे टच करते हैं, तो इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है. हाथ से न छूना पड़े इसके लिए इस संस्था ने इंसेंटिव सोच के साथ पैरों से संचालित सेनेटाइजर मशीन बनाया है, जो कि पैर से पुश करते ही सेनेटाइजर बिना बोतल को टच किए आपके हाथों पर आ जाएगा.
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360 डिग्री मास्क का पीपीई किट
ऑटोमैटिक सेनेटाइजर मशीन बनाने का आइडिया अबुजर इब्राहिम को तब आया जब वो अपने अंकल को दवाई देने चितरपूर के क्वॉरेंटाइन सेंटर गया था. इस दौरान उसने देखा की सभी लोग एक ही सेनेटाइजर बोतल को पकड़ कर हाथों को सेनेटाइज कर रहे हैं. जिससे यदि कोई संक्रमित व्यक्ति बोतल को टच करेगा तो जो भी बोतल से सेनेटाइजर लेगा वह भी संक्रमण का शिकार हो सकता है. इसी सोच के साथ स्कूलासियम टीम के साथ उसने इस पर रिसर्च करना शरू किया और कम खर्च में तैयार किया ऑटोमैटिक सेनेटाइजर मशीन और 360 डिग्री मास्क का पीपीई किट.
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कीमत काफी कम
स्कूलासियम (संस्था ) की टीम ने सोचा की क्वॉरेंटाइन सेंटर में काम कर रहे स्वस्थ्यकर्मी, सुरक्षाकर्मी, सफाईकर्मी आदि का शरीर कपड़े से ढका रहता है पर चेहरा, आंख और सिर खुला रहता है. इस समस्या के हल लिए 360 डिग्री मास्क का आइडिया आया. यह पूरी तरह से सिर, आंख, नाक, कान, गर्दन चेहरे को ढंक सकता है. 360 डिग्री मास्क की लागत मात्र 18 रुपए रखा गया है और ऑटोमैटिक सेनेटाइजर मशीन की कीमत 485 रुपए रखा है जो की हैंड मेड है.
उपायुक्त कार्यालय में लगाया गया मशीन
वहीं, एक ऑटोमैटिक सेनेटाइजर मशीन उपायुक्त को भेंट के तौर पर दिया गया है, जिसे उपायुक्त कार्यालय के बाहर लगाया गया है. साथ ही एक और मशीन चितरपुर वीडियो ऑफिस के बाहर संस्था की ओर से लगाया गया है.