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ATS के टारगेट पर अमन श्रीवास्तव गिरोह, डायरी कर रही राजफाश, गैंग से जुड़े सफेदपोश भी राडार पर - target of ATS

अमन श्रीवास्तव गिरोह ATS के टारगेट पर आ गया है. इसको लेकर एटीएस ने झारखंड से आंध्र प्रदेश और कर्नाटक तक कार्रवाई की है. इस दौरान पुलिस को एक डायरी मिली है जिसमें गिरोह का पूरा कच्चा चिट्ठा है, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. गैंग से जुड़े कई नकाबपोश भी एटीएस के टारगेट पर हैं. पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Aman Srivastava gang
ATS के टारगेट पर अमन श्रीवास्तव गिरोह
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Published : Jan 23, 2022, 1:33 PM IST

रांचीः संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ झारखंड एटीएस ने कार्रवाई तेज कर दी है. गैंगस्टर सुजीत और अमन साव के दर्जनों गुर्गों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के बाद अब एटीएस का नया टारगेट अमन श्रीवास्तव गिरोह है. हजारीबाग कोर्ट में सुशील श्रीवास्तव की हत्या के बाद उसका बेटा अमन श्रीवास्तव गिरोह की कमान संभाल रहा है. अमन श्रीवास्तव गिरोह का कोयलांचल में आतंक है. अत्याधुनिक हथियारों से लैस इस गिरोह के शातिर अपराधी उगाही कर रहे हैं. गिरोह की सक्रियता बढ़ने के बाद झारखंड पुलिस के मुखिया ने इस गिरोह को नेस्तनाबूद करने की जिम्मेदारी झारखंड एटीएस को दी है, जिसके बाद झारखंड एटीएस श्रीवास्तव गिरोह के गुर्गों के पीछे है. पिछले एक सप्ताह के दौरान एटीएस की टीम ने झारखंड से लेकर आंध्र प्रदेश और कर्नाटक तक श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ कई कार्रवाई की है.

ये भी पढ़ें-अमन श्रीवास्तव गिरोह ने ली भाजपा कार्यकर्ता जीतू की हत्या की जिम्मेदारी, पुलिस को दावे पर यकीन नहीं

परिवार सहित पूरा गिरोह एटीएस के राडार परः एटीएस की जांच में यह बात सामने आई थी कि श्रीवास्तव गिरोह एक्सटॉर्शन के जरिये करोड़ों रुपये की कमाई कर रहा है, जो पैसे अपराध से कमाए गए हैं, उनका इस्तेमाल उनका परिवार भी कर रहा है. इसी के बाद एटीएस की टीम ने एक साथ झारखंड, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में छापेमारी. 16 जनवरी को एटीएस की टीम ने रांची, लातेहार, चतरा, बेंगलुरू और आंध्र प्रदेश से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों के पास से टीम ने एक पिस्टल और छह गोली के अलावा 34.30 लाख रुपये और 13 मोबाइल फोन बरामद किए थे.

देखें पूरी खबर

हवाला से जुड़े तारः इसके अलावा एटीएस की टीम ने बीते रविवार को अमन के चचेरे भाई प्रिंसराज श्रीवास्ताव के हिनू किलबर्न कॉलोनी स्थित आवास में छापेमारी की थी. इस दौरान उसके अंगरक्षक संजय कर्माकार को गिरफ्तार किया था, उसके पास से एक पिस्टल और छह गोली बरामद की थी. उसी टीम ने सिद्धार्थ साहू के लालपुर के आवास में छापेमारी की थी, इस दौरान टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. उसके घर से टीम ने 28.88 लाख रुपये बरामद किए थे. टीम को पता चला है कि सिद्धार्थ अमन श्रीवास्ताव के रंगदारी के पैसे को हवाला के माध्यम से अमन श्रीवास्ताव, मंजरी श्रीवास्ताव, चंद्र प्रकाश राजू एवं अभिक श्रीवास्ताव को भेजा करता है. वहीं एटीएस ने चतरा के जोरी स्थित विनोद कुमार पांडेय के घर पर भी छापेमारी की थी. टीम ने उसे भी गिरफ्तार किया है, उसके पास से पुलिस ने 5.42 लाख रुपये के अलावा मोबाइल भी बरामद किया है.



अमन का खास गुर्गा आंध्र प्रदेश से गिरफ्तारः एटीएस की टीम ने आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा से अमन श्रीवास्ताव के खास गुर्गे फिरोज खान उर्फ साना खान को भी गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि जब टीम ने उसके खलारी स्थित घर पर छापेमारी की थी तो फिरोज की पत्नी और ग्रामीणों ने हमला कर दिया था. वहीं एटीएस की टीम ने बेंगलुरू में रहने वाली अमन श्रीवास्तव की बहन के यहां भी छापेमारी की थी. वहां से कई दस्तावेज के अलावा दो गाड़ियां भी जब्त की थी.



डायरी और कागजातों की चल रही जांचः एटीएस की कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज के साथ-साथ एक डायरी भी मिली है, जिसमें श्रीवास्तव गिरोह का पूरा लेखा-जोखा है. संगठन को कहां से कितना पैसा मिलता है, कौन-कौन लोग संगठन के लिए काम करते हैं या फिर किस जगह पर गैंग के कौन-कौन लोग मददगार हैं. इसकी पूरी जानकारी डायरी में मौजूद है. अमन श्रीवास्तव के भाई प्रिंस राज के घर में हुई छापेमारी के दौरान एटीएस को कई बैंकों से संबंधित डिटेल मिली है.

श्रीवास्तव गिरोह की ओर से अलग-अलग जगहों पर निवेश किए गए पैसे और जमीन सहित अन्य चीजों के दस्तावेजों का सत्यापन एजेंसी कर रही है. आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा से गिरफ्तार श्रीवास्तव गिरोह के मास्टरमाइंड फिरोज खान, अमन के भाई अभिषेक श्रीवास्तव और बहनोई चंद्र प्रकाश रानू से भी एटीएस ने पूछताछ की है, जिसमें कई अहम जानकारियां एटीएस को मिली है.


कोयलांचल में है आतंकः पिछले कुछ सालों में श्रीवास्तव गिरोह झारखंड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरा है. यूं तो झारखंड में एक दर्जन से अधिक बड़े अपराधी सक्रिय हैं, लेकिन वर्तमान समय में सबसे ज्यादा दहशत तीन गिरोहों का है. इनमें अमन साव ,अमन श्रीवास्तव और अमन सिंह गिरोह झारखंड में शांति व्यवस्था के दुश्मन के तौर पर सामने आए हैं. अमन साव और सिंह तो जेल में बंद हैं, लेकिन अमन श्रीवास्तव जेल से बाहर है.

ये भी पढ़ें-कोयलांचल से खत्म होगा अपराधियों का आंतक, पुलिस ने शुरू किया 'ऑपरेशन अमन'

रांची सहित झारखंड के पूरे कोयलांचल में श्रीवास्तव गिरोह का आतंक है. रांची, हजारीबाग, पतरातू ,लातेहार चतरा, लातेहार, धनबाद के कोयला कारोबारियों, ट्रांसपोर्टर, आउटसोर्सिंग कंपनियों से जुड़े व्यवसायियों से अमन गैंग रंगदारी वसूलता है. वर्तमान समय में इस गिरोह का आतंक कोयलांचल में सिर चढ़कर बोल रहा था. रंगदारी को इस गिरोह ने पेशा बना लिया था. रंगदारी देने से इनकार करने वालों के घरों पर यह गिरोह दिनदहाड़े हमले करता था और कई को सिर्फ इस वजह से मार डाला क्योंकि उन्होंने पैसे देने से इंकार कर दिया.


जल्द खत्म होगा आतंकः झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी अभियान अमोल वेणुकान्त होमकर ने बताया कि सुजीत सिन्हा ,अमन साव जैसे गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई में एटीएस को कई बड़ी सफलता हाथ लगी है. अब एटीएस के टारगेट पर श्रीवास्तव गिरोह है. श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ कार्रवाई अभी भी जारी है और कई अहम सबूत हाथ लगे हैं जिनके सहारे आगे भी कई सफलताएं एटीएस को मिलेंगी.

रांचीः संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ झारखंड एटीएस ने कार्रवाई तेज कर दी है. गैंगस्टर सुजीत और अमन साव के दर्जनों गुर्गों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के बाद अब एटीएस का नया टारगेट अमन श्रीवास्तव गिरोह है. हजारीबाग कोर्ट में सुशील श्रीवास्तव की हत्या के बाद उसका बेटा अमन श्रीवास्तव गिरोह की कमान संभाल रहा है. अमन श्रीवास्तव गिरोह का कोयलांचल में आतंक है. अत्याधुनिक हथियारों से लैस इस गिरोह के शातिर अपराधी उगाही कर रहे हैं. गिरोह की सक्रियता बढ़ने के बाद झारखंड पुलिस के मुखिया ने इस गिरोह को नेस्तनाबूद करने की जिम्मेदारी झारखंड एटीएस को दी है, जिसके बाद झारखंड एटीएस श्रीवास्तव गिरोह के गुर्गों के पीछे है. पिछले एक सप्ताह के दौरान एटीएस की टीम ने झारखंड से लेकर आंध्र प्रदेश और कर्नाटक तक श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ कई कार्रवाई की है.

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परिवार सहित पूरा गिरोह एटीएस के राडार परः एटीएस की जांच में यह बात सामने आई थी कि श्रीवास्तव गिरोह एक्सटॉर्शन के जरिये करोड़ों रुपये की कमाई कर रहा है, जो पैसे अपराध से कमाए गए हैं, उनका इस्तेमाल उनका परिवार भी कर रहा है. इसी के बाद एटीएस की टीम ने एक साथ झारखंड, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में छापेमारी. 16 जनवरी को एटीएस की टीम ने रांची, लातेहार, चतरा, बेंगलुरू और आंध्र प्रदेश से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों के पास से टीम ने एक पिस्टल और छह गोली के अलावा 34.30 लाख रुपये और 13 मोबाइल फोन बरामद किए थे.

देखें पूरी खबर

हवाला से जुड़े तारः इसके अलावा एटीएस की टीम ने बीते रविवार को अमन के चचेरे भाई प्रिंसराज श्रीवास्ताव के हिनू किलबर्न कॉलोनी स्थित आवास में छापेमारी की थी. इस दौरान उसके अंगरक्षक संजय कर्माकार को गिरफ्तार किया था, उसके पास से एक पिस्टल और छह गोली बरामद की थी. उसी टीम ने सिद्धार्थ साहू के लालपुर के आवास में छापेमारी की थी, इस दौरान टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. उसके घर से टीम ने 28.88 लाख रुपये बरामद किए थे. टीम को पता चला है कि सिद्धार्थ अमन श्रीवास्ताव के रंगदारी के पैसे को हवाला के माध्यम से अमन श्रीवास्ताव, मंजरी श्रीवास्ताव, चंद्र प्रकाश राजू एवं अभिक श्रीवास्ताव को भेजा करता है. वहीं एटीएस ने चतरा के जोरी स्थित विनोद कुमार पांडेय के घर पर भी छापेमारी की थी. टीम ने उसे भी गिरफ्तार किया है, उसके पास से पुलिस ने 5.42 लाख रुपये के अलावा मोबाइल भी बरामद किया है.



अमन का खास गुर्गा आंध्र प्रदेश से गिरफ्तारः एटीएस की टीम ने आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा से अमन श्रीवास्ताव के खास गुर्गे फिरोज खान उर्फ साना खान को भी गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि जब टीम ने उसके खलारी स्थित घर पर छापेमारी की थी तो फिरोज की पत्नी और ग्रामीणों ने हमला कर दिया था. वहीं एटीएस की टीम ने बेंगलुरू में रहने वाली अमन श्रीवास्तव की बहन के यहां भी छापेमारी की थी. वहां से कई दस्तावेज के अलावा दो गाड़ियां भी जब्त की थी.



डायरी और कागजातों की चल रही जांचः एटीएस की कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज के साथ-साथ एक डायरी भी मिली है, जिसमें श्रीवास्तव गिरोह का पूरा लेखा-जोखा है. संगठन को कहां से कितना पैसा मिलता है, कौन-कौन लोग संगठन के लिए काम करते हैं या फिर किस जगह पर गैंग के कौन-कौन लोग मददगार हैं. इसकी पूरी जानकारी डायरी में मौजूद है. अमन श्रीवास्तव के भाई प्रिंस राज के घर में हुई छापेमारी के दौरान एटीएस को कई बैंकों से संबंधित डिटेल मिली है.

श्रीवास्तव गिरोह की ओर से अलग-अलग जगहों पर निवेश किए गए पैसे और जमीन सहित अन्य चीजों के दस्तावेजों का सत्यापन एजेंसी कर रही है. आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा से गिरफ्तार श्रीवास्तव गिरोह के मास्टरमाइंड फिरोज खान, अमन के भाई अभिषेक श्रीवास्तव और बहनोई चंद्र प्रकाश रानू से भी एटीएस ने पूछताछ की है, जिसमें कई अहम जानकारियां एटीएस को मिली है.


कोयलांचल में है आतंकः पिछले कुछ सालों में श्रीवास्तव गिरोह झारखंड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरा है. यूं तो झारखंड में एक दर्जन से अधिक बड़े अपराधी सक्रिय हैं, लेकिन वर्तमान समय में सबसे ज्यादा दहशत तीन गिरोहों का है. इनमें अमन साव ,अमन श्रीवास्तव और अमन सिंह गिरोह झारखंड में शांति व्यवस्था के दुश्मन के तौर पर सामने आए हैं. अमन साव और सिंह तो जेल में बंद हैं, लेकिन अमन श्रीवास्तव जेल से बाहर है.

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रांची सहित झारखंड के पूरे कोयलांचल में श्रीवास्तव गिरोह का आतंक है. रांची, हजारीबाग, पतरातू ,लातेहार चतरा, लातेहार, धनबाद के कोयला कारोबारियों, ट्रांसपोर्टर, आउटसोर्सिंग कंपनियों से जुड़े व्यवसायियों से अमन गैंग रंगदारी वसूलता है. वर्तमान समय में इस गिरोह का आतंक कोयलांचल में सिर चढ़कर बोल रहा था. रंगदारी को इस गिरोह ने पेशा बना लिया था. रंगदारी देने से इनकार करने वालों के घरों पर यह गिरोह दिनदहाड़े हमले करता था और कई को सिर्फ इस वजह से मार डाला क्योंकि उन्होंने पैसे देने से इंकार कर दिया.


जल्द खत्म होगा आतंकः झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी अभियान अमोल वेणुकान्त होमकर ने बताया कि सुजीत सिन्हा ,अमन साव जैसे गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई में एटीएस को कई बड़ी सफलता हाथ लगी है. अब एटीएस के टारगेट पर श्रीवास्तव गिरोह है. श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ कार्रवाई अभी भी जारी है और कई अहम सबूत हाथ लगे हैं जिनके सहारे आगे भी कई सफलताएं एटीएस को मिलेंगी.

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