रामगढ़: जिला में पटेल चौक पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्थापित (Controversy over Patel statue) करने को लेकर पिछले कई दिनों से आजसू कार्यकर्ता सड़क किनारे धरना पर बैठे थे. लेकिन शनिवार को प्रशासनिक पहल के बाद आजसू का अनिश्चितकालीन धरना समाप्त (AJSU indefinite strike ended) हो गया है. इसके साथ ही प्रतिमा लगाने की दिशा में एनएचएआई और सड़क के ठेकेदार ने पहल शुरू कर दी है.
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क्या है पूरा मामलाः रामगढ़ में पटेल चौक का नामकरण सरदार वल्लभभाई पटेल की याद किया गया है. यहां फोर लेन निर्माण के दौरान यहां से प्रतिमा हटाई गई थी, उसी दौरान एनएचएआई अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन के तहत यहां 31 अक्टूबर यानी पटेल जयंती से पहले उनकी मूर्ति का स्थापना का कार्य चल रहा था. लेकिन कांग्रेस द्वारा जमीन को लेकर विवाद कर दिया और धारा 144 लागू कराकर काम बंद करा (idol dispute in Ramgarh) दिया गया. इसको लेकर बीते 9 अक्टूबर को गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने मूर्ति स्थापना के लिए शिलान्यास किया था. जिसके बाद जमीन का दावा करने वाले विनोद कुमार व कांग्रेस के विधायक प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और वहां आजसू कार्यकर्ताओं के साथ हाथापाई हो गई. जिसके बाद रामगढ़ थाना में विनोद कुमार द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गयी. विनोद कुमार ने आवेदन में लिखा है कि निर्माणधीन जमीन उनकी है और जब वो निर्माण कार्य का विरोध करने पहुंचे तो उनके और साथी विधायक प्रतिनिधि मुकेश यादव के साथ गिरिडीह सांसद और उनके समर्थक द्वारा मारपीट की गई. इतना ही नहीं विधायक प्रतिनिधि मुकेश यादव के उनकी जेब से 2 हजार रुपया भी छीन लिया.
कांग्रेस पर निशानाः आजसू कार्यकर्ता और पटेल छात्र संघ का आरोप है कि अंचल अधिकारी द्वारा जमीन मालिक को लेकर उक्त स्थल की नापी की रिपोर्ट सार्वजिक ना करना समझ से परे है. उनकी जिला प्रशाशन से मांग थी कि नापी की रिपोर्ट सार्वजिक कर मूर्ति स्थापना (AJSU protest over construction of statue) पर पहल की जाए. इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस की मंशा मूर्ति निर्माण में बाधा उत्पन्न करने की है. जिसका विरोध पटेल छात्रसंघ और आजसू द्वारा किया गया. इसी को लेकर आजसू का अनिश्चितकालीन धरना चला. लेकिन मांगों पर आश्वासन और प्रशासन की पहल के बाद उन्होंने शनिवार को अपना धरना खत्म कर दिया है.