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अवैध कोयला कारोबारियों पर गिरी प्रशासन की गाज, डोजरिंग कर बंद किए कई अवैध खदान - अवैध कोयला कारोबारी पर प्रशासन की गाज

रामगढ़ जिला प्रशासन ने अवैध कोयला कारोबारियों पर गाज गिराई है. प्रशासन ने छापेमारी करते हुए दामोदर नदी किनारे वन क्षेत्र और सीसीएल क्षेत्र में सुरंगनुमा मुहाने को बंद कर दिया है. उनका कहना है कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.

Illegal coal traders,वैध कोयला कारोबारी
अवैध मुहानों को बंद कराती पुलिस
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Published : Feb 24, 2020, 7:54 PM IST

रामगढ़: एसपी प्रभात कुमार पूरे जिले में कोयला तस्करों पर नकेल कसने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं. लेकिन तस्कर दामोदर नदी किनारे वन क्षेत्र और सीसीएल क्षेत्र में सुरंगनुमा मुहाने से जान जोखिम में डालकर अवैध रूप से कोयला निकाल रहे हैं. इसकी सूचना के बाद ही एसपी ने रामगढ़ थाना प्रभारी सहित सीसीएल कुजू के सुरक्षा के कर्मियों के साथ अवैध मुहानों को बंद करने का निर्देश दिया जिसके बाद इन अवैध मुहानों को जेसीबी की मदद से पुलिस ने बंद करवाया.

देखें पूरी खबर

अवैध खदानों पर डोजरिंग

यही नहीं पूरे दामोदर नदी के किनारे बने कोयले के अवैध खदानों पर पूरी तरह से डोजरिंग कर दी गई है. ताकि अवैध कोयला कारोबारी दोबारा उत्खनन न कर सकें, यहां से अवैध कोयले को साइकिल, ट्रैक्टर और ट्रक के माध्यम से कुजू थाना क्षेत्र में खपाया जाता है. यहां से कोयले को कुजू थाना क्षेत्र के ईट भट्ठों और गोल भट्टों में खपाया जाता था. यही नहीं कोयला माफिया कुजू थाना क्षेत्र से इन अवैध कोयले को बिहार और उत्तर प्रदेश की मंडियों में भी भेजने का काम कर रहे थे.

ये भी पढ़ें- BJP विधायक दल का नेता बनने के बाद बोले मरांडी, कहा- जो जिम्मेदारी मिली है, उसे बखूबी निभाऊंगा

जिला प्रशासन गंभीर

बता दें कि कुजू थाना इलाके में कोयला उत्खनन का अवैध कारोबार चल रहा है. यहां से निकलने वाले गैरकानूनी कोयले पर लगाम लगाने के लिए यह काम किया जा रहा है. कोयले के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन भी गंभीर है. पुलिस का कहना है कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.

आखिर जान जोखिम में क्यों डालते हैं ?

गुफानुमा खदान से गरीब और मजदूर तबके के लोग जान जोखिम में डालकर अवैध रूप से कोयला का उत्खनन करते हैं. यह भले ही अवैध कारोबार है लेकिन गरीब लोगों की जीविका भी जुड़ी हुई है. काफी कम मेहनताना के लिए खदान के अंदर 30-40 फीट गहराई में यदि हादसा हो जाता तो कुछ लोग तो बाहर भी नहीं निकल पाते हैं.अवैध कोयला खदान के मालिक कोयले को कई जगहों पर भेजकर कमाई करते हैं. यही नहीं साइकिल से ढुलाई करने वाले गरीब लोगों की जीविका से इससे जुड़ी हुई है.

रामगढ़: एसपी प्रभात कुमार पूरे जिले में कोयला तस्करों पर नकेल कसने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं. लेकिन तस्कर दामोदर नदी किनारे वन क्षेत्र और सीसीएल क्षेत्र में सुरंगनुमा मुहाने से जान जोखिम में डालकर अवैध रूप से कोयला निकाल रहे हैं. इसकी सूचना के बाद ही एसपी ने रामगढ़ थाना प्रभारी सहित सीसीएल कुजू के सुरक्षा के कर्मियों के साथ अवैध मुहानों को बंद करने का निर्देश दिया जिसके बाद इन अवैध मुहानों को जेसीबी की मदद से पुलिस ने बंद करवाया.

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अवैध खदानों पर डोजरिंग

यही नहीं पूरे दामोदर नदी के किनारे बने कोयले के अवैध खदानों पर पूरी तरह से डोजरिंग कर दी गई है. ताकि अवैध कोयला कारोबारी दोबारा उत्खनन न कर सकें, यहां से अवैध कोयले को साइकिल, ट्रैक्टर और ट्रक के माध्यम से कुजू थाना क्षेत्र में खपाया जाता है. यहां से कोयले को कुजू थाना क्षेत्र के ईट भट्ठों और गोल भट्टों में खपाया जाता था. यही नहीं कोयला माफिया कुजू थाना क्षेत्र से इन अवैध कोयले को बिहार और उत्तर प्रदेश की मंडियों में भी भेजने का काम कर रहे थे.

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जिला प्रशासन गंभीर

बता दें कि कुजू थाना इलाके में कोयला उत्खनन का अवैध कारोबार चल रहा है. यहां से निकलने वाले गैरकानूनी कोयले पर लगाम लगाने के लिए यह काम किया जा रहा है. कोयले के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन भी गंभीर है. पुलिस का कहना है कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.

आखिर जान जोखिम में क्यों डालते हैं ?

गुफानुमा खदान से गरीब और मजदूर तबके के लोग जान जोखिम में डालकर अवैध रूप से कोयला का उत्खनन करते हैं. यह भले ही अवैध कारोबार है लेकिन गरीब लोगों की जीविका भी जुड़ी हुई है. काफी कम मेहनताना के लिए खदान के अंदर 30-40 फीट गहराई में यदि हादसा हो जाता तो कुछ लोग तो बाहर भी नहीं निकल पाते हैं.अवैध कोयला खदान के मालिक कोयले को कई जगहों पर भेजकर कमाई करते हैं. यही नहीं साइकिल से ढुलाई करने वाले गरीब लोगों की जीविका से इससे जुड़ी हुई है.

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