पलामूः जिले में बालू की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है. बालू नहीं मिलने के कारण मजदूर परेशान हैं. इसको लेकर मजदूर आंदोलन पर उतर गए हैं. पलामू में बुधवार को बालू के सवाल पर मजदूरों ने एक महापंचायत की गई. मजदूर संगठन एटक से संबंधित झारखंड राज बिहारी मजदूरी यूनियन के बैनर तले यह महापंचायत आयोजित की गई थी.
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महापंचायत से पहले मजदूरों ने निकाला जुलूसः महापंचायत में बालू के सवाल पर चुप्पी तोड़ने का निर्णय लिया गया है. इससे पहले मजदूरों ने शिवाजी मैदान से एक जुलूस निकाला. जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए पलामू समाहरणालय तक पहुंचा. इस दौरान मजदूरों ने कहा कि बालू को माफियाओं के चंगुल से मुक्त करने की जरूरत है. इसका स्थायी समाधान हो, ताकि मजदूरों को रोजगार मिल सके.
काम नहीं मिलने के कारण मजदूर पलायन को विवशः महापंचायत की अध्यक्षता गौतम कुमार और संचालन महासचिव राजीव कुमार ने किया. इस दौरान राजीव कुमार ने कहा कि बालू का कृत्रिम संकट उत्पन्न किया गया है. बालू को ठेकेदार और माफिया के हवाले कर दिया गया है. एनजीटी की रोक हटने के बावजूद बालू का उठाव शुरू नहीं हुआ है. प्रशासनिक और माफिया के गठजोड़ से सिर्फ बड़े लोगों को बालू मिल रहा है. वहीं बालू उपलब्ध नहीं रहने के कारण काम नहीं मिल पा रहा है और मजदूर पलायन को विवश हो गए हैं.
समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सड़क पर उतरने की चेतावनीः इस संबंध में राजीव कुमार ने कहा कि यह आंदोलन की शुरुआत है. आने वाले वक्त में सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान एटक के राज्य नेता बैजनाथ सिंह, अखिल भारतीय किसान महासभा के केडी सिंह, एकता के राष्ट्रीय सचिव शैलेंद्र कुमार ने भी संबोधित किया.