पलामूः आपसी रिश्तों को तार-तार होने की बड़ी खबर निकल कर सामने आई है. आपसी विवाद और रिश्ते में नक्सलियों की एंट्री हुई है. जमीन और संपत्ति में हिस्सेदारी (land and property dispute) को लेकर एक भाबो ने अपने भैंसुर के खिलाफ नक्सलियों का सहारा लिया और 50 हजार रुपये की (contract Naxalites to threat relative) सुपारी दी. यह पूरा मामला पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र का है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी भाबो और टीएसपीसी के दो नक्सलियों को गिरफ्तार (tspc naxal arrest in palamu) कर लिया है.
5 जुलाई को छतरपुर थाना क्षेत्र के बरडीहा में अज्ञात अपराधियों ने एक स्टोन माइन्स पर हमला किया था और उसी रात रामाधार भुइयां नामक व्यक्ति की पिटाई भी की थी. पूरे मामले में छतरपुर थाना प्रभारी शेखर कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने अनुसंधान के क्रम में पाया कि आपसी विवाद में पूरी घटना को अंजाम दिया गया है और इस घटना में टीएसपीसी के नक्सली शामिल है. पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के क्रम में इस घटना में पीड़ित रामाधार भुइयां की भाबो को गिरफ्तार (accused woman arrested In Palamu) किया, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है.
छतरपुर थाना प्रभारी शेखर कुमार ने बताया कि नेशनल हाईवे फोरलेन में रामाधार को 32 लाख रुपय का मुआवजा मिला है. इसी मुआवजा और जमीन में हिस्सेदारी को लेकर भाबो रीना देवी टीएसपीसी टॉप कमांडर नगीना के पास गई थी. उसके कहने पर ही टीएसपीसी के नक्सलियों ने रामाधार के साथ मारपीट की और लेवी के लिए अलग से माइंस में आग लगाई थी. पुलिस ने पूरे मामले में टीएसपीसी के सत्येंद्र उराव और उमेश राम को भी गिरफ्तार किया है.
3 जुलाई को जंगल में मिलने गई थी रीनाः 3 जुलाई को छतरपुर थाना के बराही जंगल में रीना देवी टीएसपीसी के नक्सलियों से मिलने गई थी. उसने पुलिस को बताया है कि सतेंद्र उमेश के अलावा इस घटना में टीएसपीसी के जितेंद्र कुमार, गौतम कुमार भी शामिल है. रीना देवी ने भैंसुर को धमकी दिलवाने के लिए टीएसपीसी को सुपारी दी थी. गिरफ्तार नक्सली उमेश को तबीयत खराब होने के बाद इलाज के लिए एमएमसीएच में भर्ती करवाया गया है.