पलामूः गर्मी बढ़ने के साथ ही पूरे झारखंड का पारा बढ़ गया है, अगर बात पलामू की करें, तो यहां पारा 42 डिग्री को पार कर गया है. तापमान बढ़ने के साथ ही पलामू के जंगलों में जल का संकट पैदा हो गया है.
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सूख गई है नदियां और पोखर
पलामू के अधिकतर नदियां और पोखर सूख गई है. गर्मी के दौरान पानी की तलाश में भटके जंगली जीवों का ग्रामीण शिकार कर लेते हैं. पलामू वन विभाग में गर्मियों के दौरान भटकते जीवों के शिकार को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है.
जानवरों को शिकार से बचाने की कोशिश
पलामू डीएफओ राहुल कुमार बताते हैं कि गर्मियों के दिनों में अक्सर जंगली जीव भटककर गांव की तरफ रुख करते हैं. इस दौरान उनका शिकार कर लिया जाता है. उन्होंने बताया कि मामले में ग्रामीणों से अपील भी की गई है और अलर्ट जारी करते हुए सभी इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है.
पलामू मनातू, पांकी, तरहसी, पिपराटांड़, सतबरवा, चैनपुर, रामगढ़, पांडु के इलाके से अक्सर जानवरों के शिकार की खबरें सामने आती हैं. साल 2020 की गर्मियों में शिकार के 16 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे. पलामू टाइगर रिजर्व से सटे हुए इलाकों में अक्सर हिरण भटक कर गांव में आ जाते हैं. ग्रामीण हिरण के अलावा जंगली सुअरों का भी शिकार करते हैं.