पलामू: जिले के सीताडीह कुशवाहा टोला के ग्रामीण इन दिनों हाथियों के आतंक से परेशान हैं. जंगली हाथी प्रतिदिन रात को गांव में घुस कर किसानों के खेत में लगे धान और मक्का की फसल को नष्ट कर रहे हैं. जिससे किसान भयभीत और परेशान हैं.
मालूम हो कि इसके पहले भी गांव में बंदर और नीलगाय ने किसानों के फसल को नष्ट कर दिया था. प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी विजय प्रकाश मरांडी ने हाथियों के आतंक को रोकने के लिए वन विभाग को लिखित सूचना दी है. इसके बावजूद वन विभाग के पदाधिकारी जंगली जानवरों को रोकने के लिए कोई पहल शुरू नहीं किए हैं. जिससे किसानों में वन विभाग के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है.
फसल हो रहे बर्बाद
शाम होते ही पूर्णाडीह, झगरपुर, सीताडीह और झरना गांव मे हाथियों के घुसने की सूचना मिलते ही अफरा-तफरी मच जा रही है. लोग हिम्मत जुटाकर जंगली हाथियों को पटाखा और लुकवारी दिखाकर भगाने का काम कर रहे है. ग्रामीणों ने बताया कि हाथी प्रतिदिन गांव में घुसकर मक्का और धान के फसल को क्षति पहुंचा रहे हैं. मंगलवार की रात सीताडीह में कई किसानों के खेत में लगे मक्का के फसल को बर्बाद कर दिया.
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आंदोलन की चेतावनी
कई बार इसकी सूचना विभाग को दी गयी है, लेकिन अब तक न तो कोई वन विभाग का पदाधिकारी गांव पहुंचकर जंगली जानवरों से हुए फसल के नुकसान का जायजा लिया है और न ही हाथियों को भगाने के लिए कोई प्रयाास किया गया. जिससे स्थानीय ग्रामीणों में विभाग के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है. वन विभाग अविलंब इस पर संज्ञान नहीं लेता है तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करने को विवश होंगे. जिसकी सारी जवाबदेही वन विभाग की होगी.
हाथियों को जल्द काबू कर लिया जाएगा: रेंजर
रेंजर ने कहा कि वन क्षेत्र पदाधिकारी जेके हाजरा ने बताया है कि विभाग जंगली हाथियों को भगाने के लिए रात में गश्ती चला रही है. साथ ही किसानों के बीच पटाखा और केरोसिन तेल का वितरण किया गया है. जल्द ही जंगली हाथियों पर काबू पा लिया जाएगा.