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आदिवासी महाकुंभ मेले में लगी वादों की झड़ी, समाहरणालय में राजा मेदिनीराय की प्रतिमा लगाने और दुबियाखाड़ को पर्यटन स्थल के दर्जे का वादा

पलामू में आदिवासी महाकुंभ मेले की शुक्रवार से शुरुआत हो गई. इस मेले की आनबान बढ़ाने सरकार के दिग्गज मंत्री पहुंचे. इस दौरान भीड़ से अभिभूत मंत्रियों ने पब्लिक पर वादों की झड़ी लगा दी. पलामू समाहरणालय में राजा मेदिनीराय की प्रतिमा, दुबियाखाड़ में पुलिस पिकेट स्थापित करने से लेकर दुबियाखाड़ को पर्यटन स्थल का दर्जा दिलाने सहित जनता के मन को भाने वाले हर सपने को उनके मन में बसाने की कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी. पढ़ें आदिवासी महाकुंभ मेले में मंत्रियों के वादे पर रिपोर्ट.

Tribal Mahakumbh Mela in Palamu Drinking Water Minister promised to install statue of King Medinirai in Collectorate
आदिवासी महाकुंभ मेले में लगी वादों की झड़ी
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Published : Feb 11, 2022, 6:08 PM IST

Updated : Feb 11, 2022, 6:58 PM IST

पलामूः पलामू समाहरणालय में चेरो वंश के प्रतापी राजा मेदिनीराय की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जबकि दुबियाखाड़ में पुलिस पिकेट की स्थापना की जाएगी. यह वादा पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर और वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री रामेश्वर उरांव ने पलामू की पब्लिक से किया. यह वादा दोनों मंत्रियों ने हर वर्ष पलामू के दुबियाखाड़ में 11 और 12 फरवरी को आयोजित होने वाले आदिवासी महाकुंभ मेले के उद्घाटन के बाद पब्लिक को संबोधित करते वक्त किया.

ये भी पढ़ें-मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ लगे आरोप पर सियासत तेजः झारखंड भाजपा का शिष्टमंडल पहुंचा राजभवन

बता दें कि पलामू में हर साल प्रशासन स्तर से आदिवासी महाकुंभ मेला का आयोजन किया जाता है. लेकिन कोविड-19 के कारण इस बार मेले का आयोजन स्थानीय समितियां आदिवासी विकास महाकुंभ मेले के रूप में कर रहीं हैं. इसके आयोजन में आदिवासी महाकुंभ सभा सहयोग कर रही है. इस मेले का उद्घाटन राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर और वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री रामेश्वर उरांव ने किया. इस दौरान पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि राजा मेदिनीराय के सपने को पूरे झारखंड को बताया जाएगा, मेदिनीराय के सपनों की तरह ही झारखंड का निर्माण किया जाएगा.मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि इस मेले को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

बाद में मेले में लोगों को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह मेला ऐतिहासिक है, मेला को राजकीय दर्जा देने के लिए राज्य स्तर पर प्रयास किया जा रहा है. दोनों मंत्रियों ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा की कि प्रतापी राजा मेदिनीराय की प्रतिमा पलामू समाहरणालय में लगाई जाएगी, जबकि मेला आयोजन स्थल दुबियाखाड़ में पुलिस पिकेट की स्थापना की जाएगी. दोनों मंत्रियों ने मेले को पर्यटन स्थल का दर्जा देने के लिए पहल करने का भी आश्वासन दिया.


बता दें दुबियाखाड़ में 1994 से आदिवासी महाकुंभ मेला का आयोजन किया जाता है. बिहार सरकार में मंत्री इंदर सिंह नामधारी की पहल पर इस मेले की शुरुआत की गई थी. बिहार के तत्कालीन सीएम लालू यादव ने भी भाग लिया था. इसे राजकीय मेला दर्जा देने के लिए कई बार प्रयास किया गया है. इधर कार्यक्रम में मनिका के स्थानीय विधायक रामचंद्र सिंह भी मौजूद थे.

पलामूः पलामू समाहरणालय में चेरो वंश के प्रतापी राजा मेदिनीराय की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जबकि दुबियाखाड़ में पुलिस पिकेट की स्थापना की जाएगी. यह वादा पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर और वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री रामेश्वर उरांव ने पलामू की पब्लिक से किया. यह वादा दोनों मंत्रियों ने हर वर्ष पलामू के दुबियाखाड़ में 11 और 12 फरवरी को आयोजित होने वाले आदिवासी महाकुंभ मेले के उद्घाटन के बाद पब्लिक को संबोधित करते वक्त किया.

ये भी पढ़ें-मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ लगे आरोप पर सियासत तेजः झारखंड भाजपा का शिष्टमंडल पहुंचा राजभवन

बता दें कि पलामू में हर साल प्रशासन स्तर से आदिवासी महाकुंभ मेला का आयोजन किया जाता है. लेकिन कोविड-19 के कारण इस बार मेले का आयोजन स्थानीय समितियां आदिवासी विकास महाकुंभ मेले के रूप में कर रहीं हैं. इसके आयोजन में आदिवासी महाकुंभ सभा सहयोग कर रही है. इस मेले का उद्घाटन राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर और वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री रामेश्वर उरांव ने किया. इस दौरान पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि राजा मेदिनीराय के सपने को पूरे झारखंड को बताया जाएगा, मेदिनीराय के सपनों की तरह ही झारखंड का निर्माण किया जाएगा.मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि इस मेले को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं.

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बाद में मेले में लोगों को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि यह मेला ऐतिहासिक है, मेला को राजकीय दर्जा देने के लिए राज्य स्तर पर प्रयास किया जा रहा है. दोनों मंत्रियों ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा की कि प्रतापी राजा मेदिनीराय की प्रतिमा पलामू समाहरणालय में लगाई जाएगी, जबकि मेला आयोजन स्थल दुबियाखाड़ में पुलिस पिकेट की स्थापना की जाएगी. दोनों मंत्रियों ने मेले को पर्यटन स्थल का दर्जा देने के लिए पहल करने का भी आश्वासन दिया.


बता दें दुबियाखाड़ में 1994 से आदिवासी महाकुंभ मेला का आयोजन किया जाता है. बिहार सरकार में मंत्री इंदर सिंह नामधारी की पहल पर इस मेले की शुरुआत की गई थी. बिहार के तत्कालीन सीएम लालू यादव ने भी भाग लिया था. इसे राजकीय मेला दर्जा देने के लिए कई बार प्रयास किया गया है. इधर कार्यक्रम में मनिका के स्थानीय विधायक रामचंद्र सिंह भी मौजूद थे.

Last Updated : Feb 11, 2022, 6:58 PM IST
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