पलामू: जिले में गुरुवार को पुलिस ने दो जुलाई को हुए हत्या मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि पुरानी रंजिश को लेकर हत्या कराई गई थी. वहीं हत्या कराने के लिए एक लाख रुपये की सुपारी दी गई थी.
हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा
जिले में बीते दो जुलाई को हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के बैंराव पंचायत अंतर्गत नावाडीह गांव निवासी व पूर्व वार्ड सदस्य विनोद पाल हत्या कांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. इस मामले में संलिप्त तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. गिरफ्तार अपराधियों में बैरांव पंचायत के नावाडीह गांव निवासी रामाधार पासवान, चंद्रदेव पाल, बिमलेश पाल का नाम शामिल हैं.
गला रेतकर की थी हत्या
इसकी जानकारी देते हुए हुसैनाबाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि दो जुलाई को विनोद पाल को घर से अपराधियों ने अगवा कर झपही नदी के समीप गला रेतकर हत्या कर दी थी. इस मामले को लेकर हुसैनाबाद थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. इस कार्रवाई को लेकर पलामू पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक टीम गठित की गई थी, जिसमें हुसैनाबाद थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद के नेतृत्व में उक्त तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया.
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पुरानी रंजिश को लेकर हत्या
वहीं गिरफ्तार अपराधियों से पुछ-ताछ के क्रम में स्वीकारोक्ति बयान में बताया गया कि मृतक विनोद पाल ने 29 मई 1995 में नक्सलियों की तरफ से मारपीट कराई गई थी, जिसमें रामाधार पासवान के भाई का हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. इस पंचयती में मृतक विनोद पाल पंच की भूमिका में शामिल था. भाई की मौत के बाद विनोद पाल से काफी नाराजगी चल रही थी. इसी के प्रतिशोध में एक लाख रुपये की सुपारी देकर थाना क्षेत्र के सुकना डेरा निवासी कुख्यात अपराध कर्मी इंदल पासवान से विनोद पाल की हत्या कराई गई थी.
खुलासे के लिए बनाई गई टीम
घटना के दिन उक्त तीनों अपराधियों ने मिलकर विनोद पाल को झपही नदी के पास लेकर गए थे. जहां इंदल पासवान ने अपने सहयोगियों के साथ उसकी हत्या कर दी थी. इस टीम में एसआई विजय कुजूर, पीएसआई कुणाल कुमार, एएसआई बिरबहादुर सिंह, संतोष कुमार और पुलिस के कई जवान शामिल रहे.