पलामूः एशिया के बड़े टाइगर रिजर्व में से एक पलामू टाइगर रिजर्व में जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए पहल की गई है. पलामू के टाइगर रिजर्व के इलाके में बेतला नेशनल पार्क के इलाके से इस पहल की शुरुआत हुई है. पलामू का तापमान मई के दूसरे सप्ताह तक 45 डिग्री से अधिक पार हो जाता है ,लेकिन इस बार अधिकतम तापमान 41 डिग्री तक पंहुचा हैं. बढ़ते तापमान को देखते हुए पलामू टाइगर रिजर्व के प्रशासनिक टीम ने जानवरों के लिए वाटर क्यूब को चार्ज करना शुरू कर दिया है.
टैंकरों से क्यूब में पानी भरा जा रहा साथ ही उसकी सफाई की जा रही है. पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के रेंज ऑफिसर प्रेम कुमार ने बताया कि टैंकर से जानवरों के लिए सुबह शाम पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है, जितने भी वाटर क्यूब है उन्हें पानी से भरा जा रहा है ताकि गर्मी के दौरान जानवरों को पानी संकट का न हो.
प्रकृति ने इस बार दिया है साथ
पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में इस बार प्रकृति ने साथ दिया है. कई वाटर रिसोर्स रिचार्ज हैं. बीच-बीच में हुई बारिश ने जंगलों को भी हरा भरा रखा है. रिजर्व के इलाके में बायसन और हिरण जैसे जानवरों को पानी और चारा आसानी से मिल रहा है.
टाइगर रिजर्व में पानी के कई श्रोत
बाघ और हाथी के लिए पलामू मशहूर है.पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में कई वाटर रिसोर्स मौजूद हैं. टाइगर रिजर्व के इलाके में 325 से अधिक वाटर रिसोर्स उपलब्ध हैं. 78 से अधिक वाटर क्यूब हैं जबकि 12 से अधिक बड़े चेक डैम बनाए गए हैं. टाइगर रिजर्व के इलाके में कोयल और औरंगा जैसी बड़ी नदियां हैं, जबकि कई वाटर फॉल हैं. पलामू टाइगर रिजर्व के इलाका बाघ और हाथी के लिए मशहूर रहा है.