पलामूः जिले के सदर थाना क्षेत्र के मटपुरही से 12 जनवरी को बरामद नरकंकाल की पुलिस ने पहचान कर पूरे मामले का उद्भेदन कर लिया है. मामला हत्या कर शव को जलाने का निकला. दरअसल, बेटे ने ही संपत्ति के विवाद में पिता की पहले हत्या कर दी. इसके बाद साले के साथ मिलकर पिता के शव को पेट्रोल से जला दिया था. वहीं पुलिस ने मामले में हत्या के आरोप में बेटे और उसके साले को गिरफ्तार कर लिया है.
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12 जनवरी को सदर थाना क्षेत्र के मटपुरही में मिला था शवः पलामू पुलिस ने सदर थाना क्षेत्र के मटपुरही से 12 जनवरी को नरकंकाल बरामद किया था. शव का सिर्फ सिर और पैर मिला था, बाकी शरीर के हिस्से जल गए थे. पुलिस ने नरकंकाल को फॉरेंसिक जांच के लिए रिम्स भेज दिया था और पूरे मामले में अनुसंधान शुरू कर दी थी. पूरे मामले में पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर नरकंकाल की पहचान गढ़वा के केतार के रहने वाले उदय वैद्य के रूप में की गई. उदय वैद्य की हत्या के आरोप में पुलिस ने उसके बेटे राकेश कुमार वैद्य और उसके साले पंकज कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है.
संपत्ति विवाद में बेटे ने की थी पिता की हत्याः इस संबंध में एसडीपीओ ऋषभ गर्ग ने बताया कि हत्याकांड को संपत्ति विवाद में अंजाम दिया गया है. बेटे ने योजना बनाकर अपने पिता की हत्या कर दी. दरअसल, उदय कुमार वैद्य ने दो शादियां की थी. उदय कुमार वैद्य की पहली पत्नी की मौत 2003 में हो गई थी. पत्नी की मौत के बाद वह संतान के साथ कोई नाता रिश्ता नहीं रखता था. वह अपनी दूसरी पत्नी के साथ छत्तीसगढ़ के इलाके में शिफ्ट हो गया था.
पहली पत्नी से बेटे को संपत्ति नहीं देना चाहता था उदय कुमार वैद्यः पहली पत्नी का बेटा राकेश कुमार वैद्य पिता से संपत्ति में हिस्सा मांग रहा था, लेकिन उदय कुमार वैद्य संपत्ति को लेकर लगातार धमकी देते थे और टालमटोल का रवैया अपनाते थे. 10 जनवरी को उदय कुमार वैद्य को राकेश कुमार वैद्य ने बुलाया था. राकेश ने 12 जनवरी को योजना बनाकर बाइक से अपने पिता को सदर थाना क्षेत्र के मटपुरही में ले गया. मटपुरही में उसने अपने पिता की गला दबाकर हत्या कर डाली. हत्या के बाद उसने फोन कर अपने साले पंकज कुमार मिश्रा को बुलाया और पेट्रोल छिड़ककर शव को आग लगा दी.
मोबाइल लोकेशन और तकनीकी जांच में हुआ मामले का खुलासाः एसडीपीओ ऋषभ गर्ग ने बताया कि पूरे मामले का मोबाइल लोकेशन और तकनीकी जांच के आधार पर खुलासा हुआ है. पुलिस ने शव की डीएनए जांच और फॉरेंसिक जांच भी करवाई है. घटनास्थल से पुलिस ने 14 अलग-अलग प्रकार के सामान जब्त किए थे. इस पूरे कांड के अनुसंधान में इंस्पेक्टर रजबल्लभ पासवान, सदर थाना प्रभारी गौतम कुमार समेत कई पुलिस अधिकारी शामिल थे.