पलामू: फंड नहीं मिलने के कारण पलामू बालिका गृह (Shelter Home) बंद हो गया है. पलामू बालिका गृह को 2019 से फंड नहीं मिला है, जिसके कारण इसे बंद करना पड़ा है. बालिका गृह में रहने वाली 18 नाबालिगों को फिलहाल उज्ज्वला गृह में रखा गया है. पलामू में बालिका गृह का संचालन दो नंबर टाउन के इलाके में हो रहा था. फंड नहीं मिलने से इसके संचालन में परेशानी हो रही थी. बाल संरक्षण समिति, बाल संरक्षण पदाधिकारी और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी की एक टीम बनाई गई थी. टीम ने बालिका गृह को बंद कर उज्ज्वला गृह में रखने की अनुशंसा की थी.
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2019 से बाल संरक्षण इकाई कर रही थी संचालन
पलामू बालिका गृह का संचालन 2019 से बाल संरक्षण इकाई ने अपने हाथों में लिया था. इससे पहले इसका संचालन एनजीओ के माध्यम से हो रहा था. बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश कुमार ने बताया कि मामले में राज्य सरकार से बातचीत हुई है, जल्द ही एक एनजीओ को लाइसेंस जारी किया जा सकता है, जिसके बाद बालिका गृह का एक बार फिर से संचालन शुरू हो जाएगा. सीडब्ल्यूसी के सदस्य धीरेंद्र किशोर ने बताया कि उज्ज्वला गृह को ही बालिका गृह के नाबालिगों के लिए फिट घोषित किया गया है, जिसके कारण सभी नाबालिगों को वहां शिफ्ट किया गया है.
शिफ्ट की गईं 18 लड़कियों में से एक फरार
बालिका गृह में यौन शोषण और मानव तस्करी की शिकार नाबालिग लड़कियों को रखा जाता है. इसके अलावा भटकी हुई नाबालिगों को भी पुनर्वास के लिए बालिका गृह में रखा जाता है. पलामू बालिका गृह में फिलहाल 18 लड़कियां हैं, जिन्हें उज्ज्वला गृह में शिफ्ट किया गया है. शिफ्ट किए जाने के बाद एक नाबालिग फरार हो गई है.