पलामू: कोरोना काल में इलाज में लापरवाही को लेकर कई खबरें सामने आईं लेकिन इन सब के बीच पलामू के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल(MMCH) से एक अच्छी खबर सामने आई है. एमएमसीएच में स्वास्थ्यकर्मियों ने कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया है. अप्रैल के दूसरे सप्ताह से अब तक एमएमसीएच कोरोना संक्रमित 7 महिलाओं का प्रसव हुआ है. इसमें एक भी बच्चा कोरोना संक्रमित नहीं हुआ. स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रसव के दौरान पूरी एहतियात बरती.
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ज्यादातर महिलाओं को नहीं थी जानकारी
कोरोना से संक्रमित सभी गर्भवती महिलाएं पलामू के ग्रामीण इलाके की थीं. तीन महिला तरहसी, एक मनातू, एक लेस्लीगंज, एक सदर प्रखंड और एक पांकी की थी. ज्यादातर महिलाओं को यह पता भी नहीं था कि वे कोरोना पॉजिटिव हैं. उन्हें कोरोना के लक्षण भी नहीं थे. जांच के बाद रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई. सात में से तीन महिलाओं का सिजेरियन प्रसव कराया गया. एमएमसीएच में कोविड-19 संक्रमित महिलाओं के प्रसव के लिए अलग वार्ड बनाया गया है. बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं को अलग से आइसोलेशन में रखा जाता है. बच्चों का खास ख्याल रखा जाता है.
पूरी सावधानी बरत रहे स्वास्थ्यकर्मी
एमएमसीएच के स्वास्थ्यकर्मी खुद को सुरक्षित रखते हुए दूसरों को जीवन देने में अहम भूमिका निभा रहे है. अस्पताल के लेबर वार्ड में तैनात नर्स सत्यवदा ने बताया कि प्रसव के लिए अलग-अलग वार्ड बनाए गए हैं. उन्होंने बताया कि वे बिना किसी डर के सभी के इलाज में लगी हैं. पीपीई किट पहनने के साथ पूरी सावधानी बरतती हैं.
ओटी असिस्टेंट रानी कुमारी ने बताया गर्भवती महिलाओं की कोरोना जांच की जाती है. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जरूरी प्रोटोकॉल के तहत कदम उठाते हैं और सुरक्षित प्रसव कराती हैं. पलामू डीपीएम दीपक कुमार का कहना है कि एमएमसीएच के कर्मी टीम भावना से काम कर रहे हैं और चुनौती का सामना करते हुए सभी की जान बचाने में लगे हैं.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पलामू के सरकारी अस्पतालों में जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक 34,490 महिलाओं का प्रसव हुआ. प्रमंडल के सबसे बड़े अस्पताल एमएमसीएच में अप्रैल से अब तक 500 से अधिक महिलाओं का प्रसव कराया गया है.