पलामूः कोविड-19 काल में पलामू में खाद्यान्न घोटाले (Palamu Food Scam) में अब कार्रवाई शुरू हो गई है. आरोपी जनसेवक को निलंबित कर दिया गया है और जनसेवक से वसूली की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पलामू में खाद्यान्न घोटाले का मामला सबसे पहले हुसैनाबाद विधायक कमलेश सिंह ने उठाया था.
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दरअसल, हुसैनाबाद के विधायक कमलेश कुमार सिंह ने डीसी से अनाज घोटाले की शिकायत की थी. इस मामले में एक जांच कमेटी गठित की गई थी. कमेटी ने जांच में पाया कि करीब 400 क्विंटल पीडीएस अनाज का घोटाला हुआ है. यह घोटाला 2020 अंतिम महीने और 2021 के शुरुआती महीने में किया गया था.
ऐसे हुआ अनाज घोटाले का खुलासाः बता दें कि दिसंबर 2020 में राज्य खाद्य निगम के हुसैनाबाद के गोदाम प्रबंधक संजय कुमार की मौत हो गई थी. मौत के बाद जनसेवक अरविंद कुमार को नया गोदाम प्रबंधक बनाया गया था, उस दौरान 645 क्विंटल अनाज गोदाम में मौजूद था. बाद में 5744 क्विंटल अनाज गोदाम में आया, लेकिन जांच में 400 क्विंटल अनाज गोदाम में कम मिला. जांच में यह भी पाया गया कि गोदाम के रजिस्टर पर पीडीएस डीलर्स को अनाज आवंटित दिखा दिया गया है, जबकि डीलर्स ने अनाज का उठाव ही नहीं किया था.
आरोपी जनसेवक निलंबितः खाद्यान्न घोटाला मामले में जांच के बाद अब वसूली की प्रक्रिया शुरू की गई है. साथ ही आरोपी जनसेवक को निलंबित कर दिया गया है. पलामू डीसी ए दोड्डे ने बताया कि मामले में आरोपी जनसेवक को निलंबित कर दिया गया है, जबकि उसके खिलाफ वसूली की भी कार्रवाई शुरू की गई है. आरोपी जनसेवक से 16 लाख रुपये की वसूली की जानी है.