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सुरक्षा के साथ खिलवाड़! पलामू पुलिस के मैगजीन के पास एमवीआई का कब्जा, उठ रहे सवाल

पलामू में सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. ये खिलवाड़ पुलिस लाइन के मैगजीन के सामने हो रहा है, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है. पुलिस की मैगजीन के पास एमवीआई कार्यालय संचालित हो रहा है. इससे सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. MVI office in front of Palamu Police magazine

MVI office in front of Palamu Police magazine
Palamu Police magazine
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 9, 2023, 7:46 PM IST

पलामू पुलिस के मैगजीन के पास एमवीआई का कब्जा

पलामू: सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, पलामू पुलिस के मैगजीन के सामने एमवीआई कार्यालय का कब्जा है. पुलिस लाइन की मैगजीन में ही जवानों के हथियार और गोली बारूद जमा रहते हैं. डेढ़ दशक पहले पलामू पुलिस लाइन से इंसास चोरी हो गयी थी. इस जांच के दौरान कई बातें सामने आईं. पुलिस लाइन की सुरक्षा को लेकर भी गाइडलाइन जारी की गयी. इसके बावजूद एमवीआई का कार्यालय मैगजीन के बगल में संचालित हो रहा है.

यह भी पढ़ें: झारखंड बिहार सीमा पर ध्वस्त की गयी अवैध शराब की फैक्ट्री, घने जंगलों में चल रहा था कारोबार

एमवीआई का कार्यालय होने के कारण पुलिस लाइन के मैगजीन के पास कई तरह के लोगों का जमावड़ा लगा रहता है. कई लोग पुलिस लाइन में बेखौफ होकर घुस जाते हैं. दरअसल, 2015-16 में पुलिस लाइन में अस्थायी तौर पर मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआई) का कार्यालय खोला गया था. उस दौरान पलामू समाहरणालय का नया भवन बनकर तैयार नहीं हुआ था. पलामू परिवहन विभाग का कार्यालय भी पलामू एसपी कार्यालय के नीचे संचालित है. बाद में पलामू समाहरणालय 2019 में बनकर तैयार हो गया. इसके बावजूद एमवीआई कार्यालय को पलामू पुलिस लाइन से स्थानांतरित नहीं किया गया है.

कार्यालय खाली करने का दो बार जारी हो चुका है पत्र: मिली जानकारी के मुताबिक, पूरे मामले में पलामू पुलिस दो बार एमवीआई कार्यालय परिसर को खाली करने का पत्र जारी कर चुकी है. पत्र जारी होने के बावजूद पुलिस लाइन परिसर खाली नहीं किया गया है. वहीं एमवीआई लाल बिहारी यादव का कहना है कि कार्यालय कई वर्षों से पुलिस लाइन में चल रहा है, कार्यालय खाली करने का कोई पत्र उन्हें नहीं मिला है.

सुरक्षा की दृष्टि से है गलत: पलामू पुलिस मेंस एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष विक्रांत दुबे कहते हैं कि एमवीआई ऑफिस पुलिस मैगजीन के सामने है. सुरक्षा की दृष्टि से यह गलत है. उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन के अंदर दाखिल होने वाले लोगों की जांच की जाती है, लेकिन एमवीआई कार्यालय में लगातार लोगों का आना-जाना लगा रहता है. कई मौकों पर पुलिस कर्मियों को आम लोगों के साथ अपने व्यवहार का भी ध्यान रखना पड़ता है.

पलामू पुलिस के मैगजीन के पास एमवीआई का कब्जा

पलामू: सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, पलामू पुलिस के मैगजीन के सामने एमवीआई कार्यालय का कब्जा है. पुलिस लाइन की मैगजीन में ही जवानों के हथियार और गोली बारूद जमा रहते हैं. डेढ़ दशक पहले पलामू पुलिस लाइन से इंसास चोरी हो गयी थी. इस जांच के दौरान कई बातें सामने आईं. पुलिस लाइन की सुरक्षा को लेकर भी गाइडलाइन जारी की गयी. इसके बावजूद एमवीआई का कार्यालय मैगजीन के बगल में संचालित हो रहा है.

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एमवीआई का कार्यालय होने के कारण पुलिस लाइन के मैगजीन के पास कई तरह के लोगों का जमावड़ा लगा रहता है. कई लोग पुलिस लाइन में बेखौफ होकर घुस जाते हैं. दरअसल, 2015-16 में पुलिस लाइन में अस्थायी तौर पर मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआई) का कार्यालय खोला गया था. उस दौरान पलामू समाहरणालय का नया भवन बनकर तैयार नहीं हुआ था. पलामू परिवहन विभाग का कार्यालय भी पलामू एसपी कार्यालय के नीचे संचालित है. बाद में पलामू समाहरणालय 2019 में बनकर तैयार हो गया. इसके बावजूद एमवीआई कार्यालय को पलामू पुलिस लाइन से स्थानांतरित नहीं किया गया है.

कार्यालय खाली करने का दो बार जारी हो चुका है पत्र: मिली जानकारी के मुताबिक, पूरे मामले में पलामू पुलिस दो बार एमवीआई कार्यालय परिसर को खाली करने का पत्र जारी कर चुकी है. पत्र जारी होने के बावजूद पुलिस लाइन परिसर खाली नहीं किया गया है. वहीं एमवीआई लाल बिहारी यादव का कहना है कि कार्यालय कई वर्षों से पुलिस लाइन में चल रहा है, कार्यालय खाली करने का कोई पत्र उन्हें नहीं मिला है.

सुरक्षा की दृष्टि से है गलत: पलामू पुलिस मेंस एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष विक्रांत दुबे कहते हैं कि एमवीआई ऑफिस पुलिस मैगजीन के सामने है. सुरक्षा की दृष्टि से यह गलत है. उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन के अंदर दाखिल होने वाले लोगों की जांच की जाती है, लेकिन एमवीआई कार्यालय में लगातार लोगों का आना-जाना लगा रहता है. कई मौकों पर पुलिस कर्मियों को आम लोगों के साथ अपने व्यवहार का भी ध्यान रखना पड़ता है.

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