पलामू: जिले को 100 प्रतिशत सुखाड़ क्षेत्र घोषित (drought area declared) करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. सुखाड़ के आकलन के लिए राज्य सरकार की भी एक टीम पलामू में कैम्प कर रही थी. राज्य सरकार की टीम ने बुधवार को पलामू को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने का रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी है. जबकि पलामू डीसी ए दोड्डे ने अलग से सुखाड़ के हालात को लेकर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजा है. डीसी ए दोड्डे ने बताया कि पलामू को सुखाड़ संबंधी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजा गया है.
उन्होंने बताया कि पलामू को 100 प्रतिशत सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. जून से लेकर अगस्त के दूसरे सप्ताह तक 11 प्रतिशत भी धान की रोपनी (Paddy planting) नहीं हुई है. जून महीने में सामान्य से 83 प्रतिशत, जुलाई में सामान्य से 85 प्रतिशत जबकि, अगस्त के दूसरे सप्ताह तक सामान्य से 85 प्रतिशत बारिश कम हुई है. अगस्त के महीने में 388.1 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन अब तक 53 मिलीमीटर ही बारिश हुई है. पलामू के 21 में से सात प्रखंडों में धान की रोपनी पांच प्रतिशत भी नहीं हुई है.
पलामू को 100 प्रतिशत सुखाड़ घोषित करने का प्रस्ताव, जिला प्रशासन ने राज्य सरकार को भेजी रेपोर्ट
पलामू को 100 प्रतिशत drought area declared करने के लिए झारखंड सरकार के पास प्रस्तवा भेजा गया है. जिले में अब तक 11 प्रतिशत ही धान की रोपनी हुई है.
पलामू: जिले को 100 प्रतिशत सुखाड़ क्षेत्र घोषित (drought area declared) करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. सुखाड़ के आकलन के लिए राज्य सरकार की भी एक टीम पलामू में कैम्प कर रही थी. राज्य सरकार की टीम ने बुधवार को पलामू को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने का रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी है. जबकि पलामू डीसी ए दोड्डे ने अलग से सुखाड़ के हालात को लेकर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजा है. डीसी ए दोड्डे ने बताया कि पलामू को सुखाड़ संबंधी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजा गया है.
उन्होंने बताया कि पलामू को 100 प्रतिशत सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. जून से लेकर अगस्त के दूसरे सप्ताह तक 11 प्रतिशत भी धान की रोपनी (Paddy planting) नहीं हुई है. जून महीने में सामान्य से 83 प्रतिशत, जुलाई में सामान्य से 85 प्रतिशत जबकि, अगस्त के दूसरे सप्ताह तक सामान्य से 85 प्रतिशत बारिश कम हुई है. अगस्त के महीने में 388.1 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन अब तक 53 मिलीमीटर ही बारिश हुई है. पलामू के 21 में से सात प्रखंडों में धान की रोपनी पांच प्रतिशत भी नहीं हुई है.