ETV Bharat / state

पलामू को 100 प्रतिशत सुखाड़ घोषित करने का प्रस्ताव, जिला प्रशासन ने राज्य सरकार को भेजी रेपोर्ट - पलामू न्यूज

पलामू को 100 प्रतिशत drought area declared करने के लिए झारखंड सरकार के पास प्रस्तवा भेजा गया है. जिले में अब तक 11 प्रतिशत ही धान की रोपनी हुई है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Aug 11, 2022, 3:56 PM IST

Updated : Aug 11, 2022, 4:30 PM IST

पलामू: जिले को 100 प्रतिशत सुखाड़ क्षेत्र घोषित (drought area declared) करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. सुखाड़ के आकलन के लिए राज्य सरकार की भी एक टीम पलामू में कैम्प कर रही थी. राज्य सरकार की टीम ने बुधवार को पलामू को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने का रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी है. जबकि पलामू डीसी ए दोड्डे ने अलग से सुखाड़ के हालात को लेकर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजा है. डीसी ए दोड्डे ने बताया कि पलामू को सुखाड़ संबंधी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजा गया है.


उन्होंने बताया कि पलामू को 100 प्रतिशत सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. जून से लेकर अगस्त के दूसरे सप्ताह तक 11 प्रतिशत भी धान की रोपनी (Paddy planting) नहीं हुई है. जून महीने में सामान्य से 83 प्रतिशत, जुलाई में सामान्य से 85 प्रतिशत जबकि, अगस्त के दूसरे सप्ताह तक सामान्य से 85 प्रतिशत बारिश कम हुई है. अगस्त के महीने में 388.1 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन अब तक 53 मिलीमीटर ही बारिश हुई है. पलामू के 21 में से सात प्रखंडों में धान की रोपनी पांच प्रतिशत भी नहीं हुई है.

देखें पूरी खबर
पलामू के उंटारी रोड प्रखंड में शून्य प्रतिशत धान की रोपनी हुई है, जबकि बिश्रामपुर, पांडू नावाबाजार , छतरपुर, पड़वा में पांच प्रतिशत भी धान की रोपनी नहीं हुई है. कुछ दिनों पहले राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Minister Badal Patralekh) ने पलामू प्रमंडल में सुखाड़ के हालात का जायजा लेने के लिए औचक निरीक्षण किया था. पलामू में 111000 हेक्टर में बरसात के दिनों में खेती होती है. लेकिन अब तक 15000 हेक्टेयर में भी फसल नहीं लगाई गई है. पलामू को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने को लेकर कई राजनीतिक दलों ने भी आंदोलन शुरू किया था.

पलामू: जिले को 100 प्रतिशत सुखाड़ क्षेत्र घोषित (drought area declared) करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. सुखाड़ के आकलन के लिए राज्य सरकार की भी एक टीम पलामू में कैम्प कर रही थी. राज्य सरकार की टीम ने बुधवार को पलामू को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने का रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी है. जबकि पलामू डीसी ए दोड्डे ने अलग से सुखाड़ के हालात को लेकर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजा है. डीसी ए दोड्डे ने बताया कि पलामू को सुखाड़ संबंधी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजा गया है.


उन्होंने बताया कि पलामू को 100 प्रतिशत सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. जून से लेकर अगस्त के दूसरे सप्ताह तक 11 प्रतिशत भी धान की रोपनी (Paddy planting) नहीं हुई है. जून महीने में सामान्य से 83 प्रतिशत, जुलाई में सामान्य से 85 प्रतिशत जबकि, अगस्त के दूसरे सप्ताह तक सामान्य से 85 प्रतिशत बारिश कम हुई है. अगस्त के महीने में 388.1 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन अब तक 53 मिलीमीटर ही बारिश हुई है. पलामू के 21 में से सात प्रखंडों में धान की रोपनी पांच प्रतिशत भी नहीं हुई है.

देखें पूरी खबर
पलामू के उंटारी रोड प्रखंड में शून्य प्रतिशत धान की रोपनी हुई है, जबकि बिश्रामपुर, पांडू नावाबाजार , छतरपुर, पड़वा में पांच प्रतिशत भी धान की रोपनी नहीं हुई है. कुछ दिनों पहले राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Minister Badal Patralekh) ने पलामू प्रमंडल में सुखाड़ के हालात का जायजा लेने के लिए औचक निरीक्षण किया था. पलामू में 111000 हेक्टर में बरसात के दिनों में खेती होती है. लेकिन अब तक 15000 हेक्टेयर में भी फसल नहीं लगाई गई है. पलामू को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने को लेकर कई राजनीतिक दलों ने भी आंदोलन शुरू किया था.
Last Updated : Aug 11, 2022, 4:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.