पलामूः चुनाव आयोग की वेबसाइट में छेड़छाड़ कर वोटर आईडी बनाने का काम 16 महीनों से चल रहा था. पहली बार 26 मई 2020 को वोटर आईडी बनाने वाले यूआरएल के साथ छेड़छाड़ कर मतदाता पहचान पत्र बनाया गया था. यह मतदाता पहचान पत्र पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के करसो में संचालित एक ग्राहक सेवा केंद्र से बनाया गया था. चुनाव आयोग की वेबसाइट से छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने चैनपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया है. मुकेश कुमार को मंगलवार की देर शाम न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पूरे मामले में चैनपुर के अंचलाधिकारी संजय बाखला के आवेदन के आधार पर मेदिनीनगर के साइबर थाना में मामला दर्ज किया गया है.
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व्हाट्सएप पर कई राज्यो में मुकेश ने दूसरों को भेजा था लिंक
मुकेश कुमार से पलामू डीसी शशी रंजन, एसडीपीओ सुरजीत कुमार समेत कई टॉप अधिकारी पूछताछ कर चुके हैं. चुनाव आयोग ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छेड़छाड़ करने के आरोपी मुकेश कुमार से पूछताछ की है. मुकेश ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को कई अहम जानकारी दी है. उसने पुलिस को बताया है कि रांची के रहने वाले विकास सिंह उर्फ विकेश कुमार सिंह ने उसे वेबसाइट को हैक कर यूआरएल को भेजा था. उसने बाद में यूपी छत्तीसगढ़ समेत कई इलाकों में इस यूआरएल को भेजा है और वोटर आईडी तैयार किया है. एफआईआर दर्ज होने के बाद पलामू साइबर थाना की पुलिस इस पूरे नेटवर्क में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छानबीन कर रही है.
मुकेश के मोबाइल से खुलेंगे कई राज, मोबाइल में कई लोगो के हैं वोटर आईडी
वेबसाइट और उसके द्वारा से छेड़छाड़ करने के आरोपी मुकेश कुमार के मोबाइल को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जब्त कर लिया है. मोबाइल से कई राज खुलेंगे. प्रशासनिक अधिकारियों के मुकेश कुमार के मोबाइल से दर्जनों लोगों के वोटर आईडी मिले हैं. प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी इस बिंदु पर जांच कर रहे हैं कि मुकेश कुमार ने कौन-कौन से लोगों का वोटर आईडी तैयार किया है. उसके द्वारा भेजे गए यूआरएल से देश के किन-किन हिस्सो में कौन-कौन लोगों के वोटर आईडी तैयार हुए हैं.