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पलामू के लिए 'अभिशाप मलेरिया' कोरोना से बचाव के लिए बना वरदान, कैसे आप भी जानिए

पलामू में मलेरिया लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. यह जिला मलेरिया का जोन कहलाता है. इसलिए यहां हर साल लगभग लाखों लोग मलेरिया की जांच करवाते हैं. मलेरिया से ग्रसित मरीजों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टेबलेट दी जाती है. जो कोरोना के मरीजों को भी दिया जाता है. जिले के लोगों में प्रतिरोधक क्षमता अधिक है, जिसके कारण यहां रहने वाले लोगों में कोरोना का असर नहीं देखा जा रहा है.

People of Palamu have more ability to fight Corona
पलामू में कोरोना बेअसर
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Published : May 19, 2020, 8:31 PM IST

Updated : May 19, 2020, 9:02 PM IST

पलामू: जिले के लिए मलेरिया अभिशाप है. यहां हर साल दर्जनों लोगों की जान मलेरिया से जाती है और हजारों लोग इसका शिकार होते हैं. लेकिन मलेरिया कोरोना से लड़ाई में पलामू के लिए वरदान साबित हो रहा है. मलेरिया का जोन होने के कारण पलामू के लोगों की कोरोना से लड़ने का प्रतिरोधक क्षमता अधिक है, जिससे कोरोना के मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं.

देखें स्पेशल स्टोरी

जिले में अब तक कोरोना के 15 मरीज मिले हैं, जिसमें आठ ठीक हो कर घर चले गए हैं. आठों मरीज चिन्हित होने के बाद दो सप्ताह के अंदर ठीक हो गए हैं. सभी में कोरोना संक्रमण से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बेहतर पाई गई है.


पलामू सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी ने बताया है कि ऐसा देखा गया है मलेरिया प्रभावित इलाके के लोगों में प्रतिरोधक क्षमता अधिक है, पलामू भी मलेरिया प्रभावित क्षेत्र है. यहां बड़ी संख्या में लोगों ने क्लोरीक्वीन का इस्तेमाल किया है. कोरोना में भी डाक्टरों की निगरानी में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टेबलेट दी जाती है.

इसे भी पढें:- विशाखापट्टनम से पलामू पंहुचे 1,200 प्रवासी श्रमिक, वसूला गया 500 से 1000 किराया

पलामू में रहने वाले लोगों को नहीं हुआ कोरोना
पलामू में सभी 15 कोरोना मरीज बाहर से पलामू पंहुचे थे. पलामू में रहते हुए किसी को भी कोरोना नहीं हुआ है. यहां मिले 15 मरीजों में 3 रांची के हिंदपीढ़ी, 5 गुजरात के सूरत, जबकि 7 छतीसगढ़ से पलामू पंहुचे थे.

पलामू में हर साल दो लाख से अधिक लोग करवाते हैं मलेरिया की जांच
पलामू जिले में हर साल लगभग दो लाख लोग मलेरिया की जांच करवाते हैं. यहां की कुल आबादी के दस प्रतिशत लोग हर साल मलेरिया की जांच करवा रहे हैं. 2019 में 2 लाख 14 हजार 282 लोगो ने मलेरिया की जांच करवाई थी. वहीं 2020 में अब तक 38 हजार 16 लोगों ने मलेरिया की जांच करवाई है. जिसमें 683 लोगों को मलेरिया हुआ है. यह आंकड़ा सरकारी जांच केंद्रों का है. जबकि प्राइवेट जांच घरों को जोड़ दिया जाए तो यह दोगुना से भी अधिक हो जाएगा. पलामू का हुसैनाबाद, छत्तरपुर, चैनपुर, बिश्रामपुर, मेदिनीनगर सबसे अधिक मलेरिया प्रभावित इलाका है.

पलामू: जिले के लिए मलेरिया अभिशाप है. यहां हर साल दर्जनों लोगों की जान मलेरिया से जाती है और हजारों लोग इसका शिकार होते हैं. लेकिन मलेरिया कोरोना से लड़ाई में पलामू के लिए वरदान साबित हो रहा है. मलेरिया का जोन होने के कारण पलामू के लोगों की कोरोना से लड़ने का प्रतिरोधक क्षमता अधिक है, जिससे कोरोना के मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं.

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जिले में अब तक कोरोना के 15 मरीज मिले हैं, जिसमें आठ ठीक हो कर घर चले गए हैं. आठों मरीज चिन्हित होने के बाद दो सप्ताह के अंदर ठीक हो गए हैं. सभी में कोरोना संक्रमण से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बेहतर पाई गई है.


पलामू सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी ने बताया है कि ऐसा देखा गया है मलेरिया प्रभावित इलाके के लोगों में प्रतिरोधक क्षमता अधिक है, पलामू भी मलेरिया प्रभावित क्षेत्र है. यहां बड़ी संख्या में लोगों ने क्लोरीक्वीन का इस्तेमाल किया है. कोरोना में भी डाक्टरों की निगरानी में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टेबलेट दी जाती है.

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पलामू में रहने वाले लोगों को नहीं हुआ कोरोना
पलामू में सभी 15 कोरोना मरीज बाहर से पलामू पंहुचे थे. पलामू में रहते हुए किसी को भी कोरोना नहीं हुआ है. यहां मिले 15 मरीजों में 3 रांची के हिंदपीढ़ी, 5 गुजरात के सूरत, जबकि 7 छतीसगढ़ से पलामू पंहुचे थे.

पलामू में हर साल दो लाख से अधिक लोग करवाते हैं मलेरिया की जांच
पलामू जिले में हर साल लगभग दो लाख लोग मलेरिया की जांच करवाते हैं. यहां की कुल आबादी के दस प्रतिशत लोग हर साल मलेरिया की जांच करवा रहे हैं. 2019 में 2 लाख 14 हजार 282 लोगो ने मलेरिया की जांच करवाई थी. वहीं 2020 में अब तक 38 हजार 16 लोगों ने मलेरिया की जांच करवाई है. जिसमें 683 लोगों को मलेरिया हुआ है. यह आंकड़ा सरकारी जांच केंद्रों का है. जबकि प्राइवेट जांच घरों को जोड़ दिया जाए तो यह दोगुना से भी अधिक हो जाएगा. पलामू का हुसैनाबाद, छत्तरपुर, चैनपुर, बिश्रामपुर, मेदिनीनगर सबसे अधिक मलेरिया प्रभावित इलाका है.

Last Updated : May 19, 2020, 9:02 PM IST
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