पलामूः थानों में जमीन विवाद के बाद दूसरा सबसे अधिक महिला अपराध से जुड़े हुए मामले पंहुचते है. दहेज प्रताड़ना, घरेलु हिंसा, छेड़खानी की शिकायतें थानों में अधिक दर्ज किए जाते है। महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी में सरकार और सरकार स्तर पर नई पहल की जा रही है.
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एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने बताया कि पुलिस मुख्यालय और वरीय अधिकारियों के निर्देश पर जागरूकता अभियान चलाए जाते है. ये अभियान में बताए जा रहे कि महिलाओं के अधिकारों को लेकर क्या कानून है. पुलिस जागरूकता अभियान को लेकर विभिन्न एजेंसियों की भी सहायता लेती है. पुलिस अभियान और विभिन्न सभाओं में महिलाओं को कानून के साथ साथ उनके अधिकारों के बारे में जानकारी देगी, विभिन्न अपराधों में क्या मुआबजा का प्रावधान है यह भी बताया जाएगा. इस जागरूकता अभियान में लीगल एजेंसियां भी शामिल होंगी.
महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकना बड़ी चुनौती है। पलामू के विभिन्न थानों में हर सप्ताह 70 से अधिक महिलाओं से जुड़े हुई अपराध की शिकायत दर्ज की जाती है। पलामू के महिला थाना में प्रतिदिन चार से पांच मामले महिला अपराध से जुड़े पंहुचती है। पलामू में पिछले एक वर्ष के दौरान 56 से अधिक दुष्कर्म के मामले में रिकॉर्ड किए गए है। जबकि दहेज के लिए 12 से अधिक महिलाओं की हत्या की गई है। पलामू पुलिस महिला अपराध को लेकर विभिन्न थानों में बैनर पोस्टर भी लगाया है। कई इलाकों में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान भी महिलाओं के प्रति अपराध को लेकर जागरूक कर रही है।