ETV Bharat / state

अनुमंडलीय अस्पताल हुसैनाबाद डॉक्टरों के साथ मारपीट के बाद ओपीडी सेवा ठप, आरोपियों की गिरफ्तारी और सुरक्षा की मांग

पलामू के अनुमंडलीय अस्पताल हुसैनाबाद (Sub-divisional hospital Hussainabad Palamu) में डॉक्टरों और अन्य चिकित्साकर्मियों के साथ हुई मारपीट के बाद अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है. चिकित्साकर्मियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. साथ ही यह भी कहा कि जब तक अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था नहीं दी जाएगी ओपीडी सेवा ठप रहेगी.

Sub-divisional hospital Hussainabad Palamu
Sub-divisional hospital Hussainabad Palamu
author img

By

Published : Oct 1, 2022, 10:44 PM IST

पलामू: जिला के अनुमंडलीय अस्पताल हुसैनाबाद (Sub-divisional hospital Hussainabad Palamu) में ओपीडी सेवा ठप है. डॉक्टरों और अन्य चिकित्साकर्मियों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किए जाने के बाद अनिश्चितकाल के लिए अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है (OPD service stopped after Assault with doctors). सिर्फ इमरजेंसी सेवा चालू रखी गई है. मारपीट की घटना बीती रात करीब एक और दो बजे के बीच की है. मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दीपक कुमार ने हुसैनाबाद थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करायी है.

इसे भी पढ़ें: Exclusive: रांची सदर अस्पताल में चूहों ने कुतर दी दर्जनों स्लाइन की बोतलें, हॉस्पिटल के कर्मी ने ही खोली पोल


आवेदन में क्या लिखा गया: आवेदन में डॉ दीपक कुमार ने कहा है कि बीती रात ड्यूटी के दौरान कुकही के नायका टोला के एक मरीज अभिषेक कुमार सर्प दंश का इलाज कराने आया था. मरीज के साथ उसके परिजन शैलेश कुमार, रमाशंकर कुमार, शिवशंकर प्रसाद, गणेश कुमार के द्वारा बताया गया कि मरीज अभिषेक को सर्प ने काट लिया है. इसके बाद अस्पताल में कार्यरत डॉ अजय कुमार ने जांच के बाद पाया गया की मरीज पर सर्पदंश का कोई लक्षण नहीं था. परिजनों को डॉक्टर ने समझाया कि मरीज की स्थिति स्थिर है. घबराने की बात नहीं है. इतना कहते ही मरीज के परिजन उग्र हो गए और डॉक्टर व उपस्थित कई चिकित्साकर्मियों के साथ मार पीट और गलीगलौज करने लगे. जिसके बाद तत्काल इसकी सूचना हुसैनाबाद थाना और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की दी गई. इस बीच ऊपरी खुर्द के एक अन्य मरीज 70 वर्षीय राजेश्वर सिंह जिनका इलाज किया जा रहा था, सर्प दंश के मरीज के परिजनों ने लाठी डंडे का भय दिखा कर सांस की बीमारी से पीड़ित राजेश्वर सिंह का भी इलाज नहीं करने दिया, जिससे राजेश्वर सिंह की मृत्यु हो गई. इस तरह सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के कारण अन्य मरीजों के इलाज में भी देरी हुई.

आरोपियों की गिरफ्तारी और अस्पताल में सुरक्षा की मांग: डॉ दीपक ने आवेदन में कहा है कि सर्प दंश के मरीज के साथ आए लोगों के आक्रामक व्यवहार से ऐसा लग रहा था, कि वे लोग पहले ही चिकित्सा पदाधिकारी और चिकित्साकर्मियों के जान के प्यासे थे. घटना को लेकर अस्पताल के सभी कर्मी दहशत में हैं. ऐसी परिस्थिति में बिना सुरक्षा के कार्य करना संभव नहीं है क्योंकि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी है. उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी और अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है. उन्होंने कहा है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी और सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होती है, तब तक अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद रखी जाएगी.

पलामू: जिला के अनुमंडलीय अस्पताल हुसैनाबाद (Sub-divisional hospital Hussainabad Palamu) में ओपीडी सेवा ठप है. डॉक्टरों और अन्य चिकित्साकर्मियों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार किए जाने के बाद अनिश्चितकाल के लिए अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है (OPD service stopped after Assault with doctors). सिर्फ इमरजेंसी सेवा चालू रखी गई है. मारपीट की घटना बीती रात करीब एक और दो बजे के बीच की है. मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दीपक कुमार ने हुसैनाबाद थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करायी है.

इसे भी पढ़ें: Exclusive: रांची सदर अस्पताल में चूहों ने कुतर दी दर्जनों स्लाइन की बोतलें, हॉस्पिटल के कर्मी ने ही खोली पोल


आवेदन में क्या लिखा गया: आवेदन में डॉ दीपक कुमार ने कहा है कि बीती रात ड्यूटी के दौरान कुकही के नायका टोला के एक मरीज अभिषेक कुमार सर्प दंश का इलाज कराने आया था. मरीज के साथ उसके परिजन शैलेश कुमार, रमाशंकर कुमार, शिवशंकर प्रसाद, गणेश कुमार के द्वारा बताया गया कि मरीज अभिषेक को सर्प ने काट लिया है. इसके बाद अस्पताल में कार्यरत डॉ अजय कुमार ने जांच के बाद पाया गया की मरीज पर सर्पदंश का कोई लक्षण नहीं था. परिजनों को डॉक्टर ने समझाया कि मरीज की स्थिति स्थिर है. घबराने की बात नहीं है. इतना कहते ही मरीज के परिजन उग्र हो गए और डॉक्टर व उपस्थित कई चिकित्साकर्मियों के साथ मार पीट और गलीगलौज करने लगे. जिसके बाद तत्काल इसकी सूचना हुसैनाबाद थाना और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की दी गई. इस बीच ऊपरी खुर्द के एक अन्य मरीज 70 वर्षीय राजेश्वर सिंह जिनका इलाज किया जा रहा था, सर्प दंश के मरीज के परिजनों ने लाठी डंडे का भय दिखा कर सांस की बीमारी से पीड़ित राजेश्वर सिंह का भी इलाज नहीं करने दिया, जिससे राजेश्वर सिंह की मृत्यु हो गई. इस तरह सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के कारण अन्य मरीजों के इलाज में भी देरी हुई.

आरोपियों की गिरफ्तारी और अस्पताल में सुरक्षा की मांग: डॉ दीपक ने आवेदन में कहा है कि सर्प दंश के मरीज के साथ आए लोगों के आक्रामक व्यवहार से ऐसा लग रहा था, कि वे लोग पहले ही चिकित्सा पदाधिकारी और चिकित्साकर्मियों के जान के प्यासे थे. घटना को लेकर अस्पताल के सभी कर्मी दहशत में हैं. ऐसी परिस्थिति में बिना सुरक्षा के कार्य करना संभव नहीं है क्योंकि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी है. उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी और अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है. उन्होंने कहा है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी और सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होती है, तब तक अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद रखी जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.