पलामू: जिले में हर हफ्ते सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो रही है. 2020 में सड़क दुर्घटना में 163 लोगों की मौत हुई थी. 2021 की शुरुआती पखवाड़े में 13 लोगों की मौत हो चुकी है. 2019 में सड़क दुर्घटनाओं में मौत का आंकड़ा 199 था. उस दौरान 259 सड़क दुर्घटना रिकॉर्ड की गई थी. हर तीन मौत में से एक मौत हेलमेट नहीं लगाने के कारण हो रही है.
कम उम्र में ड्राइविंग और ड्रिंकिंग ड्राइव दुर्घटना का कारण
पलामू में कम उम्र के लोगों की ड्रंक और ड्राइव दुर्घटना का बड़ा कारण बन रहा है. 2020 में 40 से अधिक बाइक दुर्घटना हुईं, जिसमें 30 के करीब नाबालिग की मौत हुईं हैं. पलामू के युवा रविशंकर बताते हैं कि सड़क हादसों से निपटना बड़ी चुनौती है. नशे की हालत में लोग गाड़ी चला रहे, जिसमें कम उम्र के बच्चे भी शामिल हैं.
पलामू में सड़क दुर्घटनाओं में परिवार बिखर रहे हैं. 27 नवंबर के छत्तरपुर में हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई थी. अधिवक्ता सह पत्रकार संजीव नयन बताते हैं कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करने की जरूरत है. फिलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा. बावजूद इससे निपटने के लिए प्रशासन को सख्त होना पड़ेगा.
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सड़कों पर सख्ती बरतने की तैयारी कर रही पुलिस
पलामू में सड़क हादसों में मौत को लेकर पुलिस परेशान है. पुलिस अब सड़कों पर सख्त होने की तैयारी कर रही है. पलामू एसपी संजीव कुमार का कहना है कि पिछले वर्ष की तुलना में सड़क हादसों में कमी आई है, लेकिन ये आंकड़े बहुत अधिक हैं. पुलिस लोगों से बार-बार ट्रैफिक नियमों के पालन करने की अपील कर रही है. एसपी ने बताया कि पुलिस लगातार ट्रैफिक नियमों के पालन को लेकर अभियान चला रही है.