पलामूः पलामू-गढ़वा सीमा पर प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) का लगभग सफाया हो गया है. पलामू पुलिस ने पिछले एक साल में जेजेएमपी के तीन कमांडरों को एनकाउंटर में मार गिराया. इसके साथ ही एक दर्जन नक्सली को गिरफ्तार किया गया. वहीं, दो नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया है. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि नक्सली संगठन जेजेएमपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई. इसका परिणाम है कि आज संगठन का सीमावर्ती क्षेत्र में लगभग सफाया हो गया है.
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एसपी ने बताया कि सीमावर्ती इलाके में जेजेएमपी को नया कैडर नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि दो-चार सदस्या हैं, जिसकी सूची तैयार की गई है. पुलिस योजनाबद्ध तरीके से इन नक्सलियों पर कार्रवाई करेगी. इसके साथ ही पुलिस नक्सलियों पर निगरानी भी कर रही है. पुलिस ने बताया कि पलामू, गढ़वा और लातेहार जिले के सीमावर्ती इलाके चैनपुर, रामगढ़, रंका, भंडरिया, रमकंडा, बरवाडीह आदि इलाके में साल 2011-12 से जेजेएमपी संगठन सक्रिय था. इस एक दशक में जेजेएमपी, माओवादी और टीएसपीसी के आपसी संघर्ष में दर्जनों लोगों की जान गई हैं.
नक्सली संगठन जेजेएमपी को पलामू गढ़वा सीमा पर एक वर्ष में कई बड़े झटके लगे हैं. मुठभेड़ में टॉप कमांडर महेश भूइया मारा गया. वहीं, आपसी लड़ाई में ही कमांडर रामसुंदर राम भी मारा गया और कमांडर भवानी भूइया ने आत्मसमर्पण कर दिया. इसके साथ ही पुलिस ने एक दर्जन से अधिक हथियारबंद कैडर को गिरफ्तार कर जेल भेजा हैं.