पलामू: प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के बंद का पलामू जोन में असर नहीं देखा गया. दरअसल, नक्सली संगठन जेजेएमपी ने अपने कमांडर सुशील उरांव की गिरफ्तारी का आरोप लगाते हुए पलामू, गढ़वा और लातेहार बंद की घोषणा की है. जेजेएमपी ने बयान जारी कहा था कि 24 घंटे के अंदर सुशील उरांव को सामने नहीं लाया गया तो पलामू प्रमंडल अनिश्चितकाल के लिए बंद किया जाएगा.
नक्सल बंद को लेकर पुलिस हाई अलर्ट परः इधर, नक्सली संगठन के बंद को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया था. संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल की तैनाती की गई थी. कई इलाकों में जेजेएमपी के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है. जेजेएमपी के बंद का असर बुधवार को नहीं देखा गया है. डालटनगंज से रांची, पलामू से बिहार ,छत्तीसगढ़ और यूपी जाने वाली यात्री बसों का परिचालन सामान्य रहा. वहीं जेजेएमपी के प्रभाव वाले इलाके मनिका, बरवाडीह, रामगढ़, लातेहार, लेस्लीगंज, पांकी, सतबरवा के इलाके में बाजार खुले रहे. सड़कों पर वाहनों का परिचालन सामान्य रहा. इस संबंध में पलामू जोन के आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि बंद को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. कई इलाको में एंटी नक्सल अभियान चलाया जा रहा है.
लंबे अरसे के बाद जेजेएमपी ने बंद की घोषणा कीः बताते चलें कि सुशील उरांव उर्फ बीरबल जेजेएमपी का दूसरा सबसे बड़ा कमांडर माना जाता है. एक लंबे अरसे के बाद जेजेएमपी ने बंद की घोषणा की है. सुरक्षाबलों के द्वारा जेजेएमपी के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. हाल के दिनों में पुलिस और सुरक्षाबलों के साथ कई बार मुठभेड़ भी हुई है. कई टॉप कमांडर पकड़े भी गए हैं. खबर लिखे जाने तक कहीं से भी हिंसक घटना की सूचना नहीं थी.