पलामू: झारखंड छत्तीसगढ़ सीमा पर मौजूद कभी माओवादियों का सुरक्षित ठिकाना रहे बूढ़ा पहाड़ से पुलिस ने 51 लैंडमाइंस बरामद किए. बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करने के बाद सुरक्षा बलों का मैराथन अभियान जारी है. बुधवार को सर्च अभियान में 51 लैंड माइंस बरामद हुए हैं. इसके अलावा भारी मात्रा नक्सल सामग्री भी जब्त किए गए हैं (Naxal Materials seized from Budhapahar). सुरक्षाबलों को आशंका है कि माओवादियों ने बड़े पैमाने पर बूढ़ा पहाड़ के इलाके में हथियार और नक्सल सामग्री को छिपा कर रखे हैं. इसलिए सुरक्षा बलों को यह अभियान पिछले दो महिनों से जारी है.
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बुधवार को कोबरा, सीआरपीएफ 172 बटालियन और जिला बल की टीम माओवादियों के खिलाफ सर्च अभियान चला रहा था. इसी अभियान के दौरान बूढ़ा पहाड़ के तलहटी के पास से सुरक्षाबलों को कुछ संदिग्ध वस्तु नजर आई थी. मौके पर सुरक्षाबलों ने छानबीन की तो माओवादियों के द्वारा छुपाया गया लैंड माइंस और भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद हुआ है. पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि मौके से 51 लैंडमाइंस बरामद किया गया है और इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. बरामद लैंडमाइंस विभिन्न प्रकार के हैं, जिसमें बड़ा कंटेनर लैंड माइंस और लट्टू लैंडमाइंस भी है.
सुरक्षा बलों ने मौके से करीब 500 मीटर कोड कोडेक्स वायर, जिलेटिन और डेटोनेटर भी बरामद किया है. मंगलवार को भी सुरक्षा बलों ने अभियान चलाकर बूढ़ा पहाड़ से 22 लैंडमाइंस बरामद किए थे. इस दौरान सुरक्षा बलों ने करीब 300 गोलियां, 3 हैंड ग्रेनेड और 26 डेटोनेटर बरामद किया. बुधवार को इलाके में एक बार फिर से सर्च अभियान शुरू किया गया था. पिछले सौ दिनों में बूढ़ापहाड़ के इलाके से 73 लैंड माइंस बरामद किया गया. बूढ़ा पहाड़ के इलाके में पिछले दो महीने से अभियान ऑक्टोपस चलाया जा रहा है. इस अभियान के क्रम में सुरक्षा बलों ने बूढ़ा पहाड़ के इलाके में चार कैंप भी स्थापित किए हैं. इस पूरे अभियान के दौरान अब तक 200 से अधिक लैंडमाइंस बरामद हुए हैं.