पलामूः गुमला में हुए नक्सली मुठभेड़ में पीएलएफआई कमांडर गुज्जू गोप समेत तीन नक्सली ढेर हो गए. उसकी मौत से पलामू के सुशील सिंह और उनके परिवार के कलेजे को ठंडक पहुंची. इन्हीं नक्सलियों ने साल 2017 में उनसे उनका लाल छिन लिया था.
दरअसल, साल 2017 सिमडेगा में बानो थाना प्रभारी विद्यापति सिंह पीएलएफआई नक्सलियों के हमले में शहीद हो गए थे. इस हमले में नक्सली कमांडर गुज्जू गोप का नाम आया था. जिसे रविवार को पुलिस ने गुमला में मार गिराया. शहीद विद्यापति सिंह पलामू के सिक्की कला गांव के रहने वाले थे. जब उनके परिवार वालों को इस बात का पता चला कि उनके बेटे की शहादत का बदला ले लिया गया है, तो उनके चेहरे पर सुकून लौटी.
शहीद विद्यापति सिंह के पिता बताते हैं कि जवानों ने उनके बेटे की शहादत का बदला लिया है, इससे पूरा परिवार और गांव खुश है. उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से पुलिस जवानों का मनोबल बढ़ता है. सुशील सिंह ने कहा कि समाज के दुश्मनों को इस तरह की सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों को मजबूत करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है.
पलामू एसपी इंद्रजीत महथा ने कहा कि पीएलएफआई के खिलाफ कार्रवाई से पलामू खुश है. विद्यापति सिंह का बदला जवानों ने लिया है. पुलिस शहीद के परिजनों के साथ है, उनकी हर तरह से मदद की जा रही है. पलामू पुलिस की एक टीम ने सदर थाना प्रभारी दुलर चौड़े के नेतृत्व विद्यापति सिंह के परिजनों से मुलाकात की.