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माओवादियों का PFI कनेक्शन, प्रेस रिलीज जारी कर दिखाई सहानुभूति - पलामू न्यूज

माओवादियों ने एक प्रेस रिलीज जारी कर पीएफआई के प्रति सहानुभूति जताई है(Maoists issued press release in palamu ). प्रेस रिलीज में स्पष्ट रूप से पीएफआई पर प्रतिबंद का विरोध किया गया है(Maoists protest against ban on PFI ).

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Published : Oct 4, 2022, 1:24 PM IST

पलामूः प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों का पीएफआई से कनेक्शन सामने आ रहा है. माओवादियों ने पीएफआई के समर्थन में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है(Maoists issued press release in palamu). माओवादियों के सेंट्रल कमिटी के प्रवक्ता अभय ने इस प्रेस विज्ञप्ति को जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि पीएफआई पर प्रतिबंध का संगठन विरोध करता है(Maoists protest against ban on PFI ).

माओवादियो द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मामले में पुलिस के टॉप ऑफ अधिकारी कुछ भी बोलना नहीं चाहते हैं. एक टॉप अधिकारी ने बताया कि मामले में केंद्रीय एजेंसी कार्रवाई कर रही है. माओवादियों के पहले भी विदेशी और अन्य संगठनों से संबंध रहे हैं. सुरक्षा एजेंसी और पुलिस सभी बिंदुओं पर नजर बनाए हुए है. आधिकारिक तौर पर कुछ भी बोलना नहीं चाहते हैं. माओवादियो का पहले भी विदेशी कनेक्शन सामने आया है.


माओवादियो के पास से चाइनीज, जर्मन, इजरायली समेत कई देशों के निर्मित हथियार भी मिले हैं. नॉर्थ ईस्ट के इलाके में सक्रिय उग्रवादियों से भी माओवादियों का हथियार और अन्य तरह का कनेक्शन सामने आया है. हाल के दिनों में एनआईए ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है और कई राज्यों में छापेमारी कर दर्जनों लोगों को गिरफ्तार भी किया है. केंद्र सरकार ने पीएफआई पर पांच वर्षों के लिए प्रतिबंध भी लगा दिया है. हालांकि झारखंड सरकार ने 2018 में ही पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया था. झारखंड में माओवादी अंतिम सांसे गिन रहे हैं दोनों राज्यों में माओवादी बेहद कमजोर हो गए हैं.

पलामूः प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों का पीएफआई से कनेक्शन सामने आ रहा है. माओवादियों ने पीएफआई के समर्थन में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है(Maoists issued press release in palamu). माओवादियों के सेंट्रल कमिटी के प्रवक्ता अभय ने इस प्रेस विज्ञप्ति को जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि पीएफआई पर प्रतिबंध का संगठन विरोध करता है(Maoists protest against ban on PFI ).

माओवादियो द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मामले में पुलिस के टॉप ऑफ अधिकारी कुछ भी बोलना नहीं चाहते हैं. एक टॉप अधिकारी ने बताया कि मामले में केंद्रीय एजेंसी कार्रवाई कर रही है. माओवादियों के पहले भी विदेशी और अन्य संगठनों से संबंध रहे हैं. सुरक्षा एजेंसी और पुलिस सभी बिंदुओं पर नजर बनाए हुए है. आधिकारिक तौर पर कुछ भी बोलना नहीं चाहते हैं. माओवादियो का पहले भी विदेशी कनेक्शन सामने आया है.


माओवादियो के पास से चाइनीज, जर्मन, इजरायली समेत कई देशों के निर्मित हथियार भी मिले हैं. नॉर्थ ईस्ट के इलाके में सक्रिय उग्रवादियों से भी माओवादियों का हथियार और अन्य तरह का कनेक्शन सामने आया है. हाल के दिनों में एनआईए ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है और कई राज्यों में छापेमारी कर दर्जनों लोगों को गिरफ्तार भी किया है. केंद्र सरकार ने पीएफआई पर पांच वर्षों के लिए प्रतिबंध भी लगा दिया है. हालांकि झारखंड सरकार ने 2018 में ही पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया था. झारखंड में माओवादी अंतिम सांसे गिन रहे हैं दोनों राज्यों में माओवादी बेहद कमजोर हो गए हैं.

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