पलामू: माओवादियों को लगातार बड़े झटके लग रहे हैं. माओवादियों के मध्य जोन के टॉप कमांडरों में से एक Maoist Kanchan Turi ऊर्फ रहिमन तुरी की मौत हो गई है. माओवादियों के जोनल कमांडर कंचन तुरी पर सरकार ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था. वह कई नक्सल हमले का आरोपी है. कंचन तुरी की मौत माओवादियों के मध्य जोन का मुख्यालय छकरबंधा के इलाके में हुई है.
जानकारी के अनुसार कंचन तुरी की मौत हार्ट अटैक आने से हुई. वह काफी लंबे वक्त से बीमार था. पलामू के मनातू थाना क्षेत्र के डुमरी के इलाके का रहने वाला था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छकरबंधा परिजन चकरबंधा के इलाके में रवाना हो गए हैं. पलामू पुलिस भी मनातू और गया सीमा पर नजर बनाए हुए हैं.
सरकार जब्त कर चुकी है संपति
कंचन तुरी कई नक्सल हमले का आरोपी रहा है. कंचन तुरी बिहार और झारखंड में तीन दर्जन से भी अधिक बड़े नक्सल हमले का आरोपी है. तीन वर्ष पहले पलामू पुलिस ने यूएपीए के तहत कंचन तुरी के लाखों की संपत्ति को जब्त किया था. कंचन तुरी के पास मनातू और मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में कई जमीन के प्लॉट थे. झारखंड बिहार पुलिस माओवादी कंचन तुरी को काफी दिनों से तलाश कर रही थी.
नक्सल हमले का आरोपी
जून 2016 में बिहार के गया और औरंगाबाद सीमा पर कोबरा के टीम पर हमला हुआ था. हमले में कोबरा के 10 जवान शहीद हुए थे. जिस हमला में जवान शहीद हुए थे, उसका कंचन तुरी ने नेतृत्व किया था. पलामू छतरपुर, नौडीहा बाजार, हरिहरगंज, मनातू, पांकी के इलाके में कई नक्सल हमले हुए हैं. जिसका मुख्य आरोपी कंचन तुरी रहा है.