पलामू: बूढ़ापहाड़ के इलाके में सक्रिय टॉप माओवादी कमांडर संतु भुइयां उर्फ संतोष भुईयां (Maoist Commander Santu Bhuyan) उर्फ धनंजय उर्फ धनंजय भुइयां ने सुरक्षा एजेंसियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. संतु भुईयां पर झारखंड की सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. संतु भूइयां पलामू के नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र के करकट्टा पंचायत के सियर भोंका का रहने वाला है. आत्मसमर्पण करने के बाद संतु से सुरक्षा एजेंसी और सुरक्षा बल के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. संतु भुईयां ने बूढ़ा पहाड़ समेत कई नक्सल गतिविधि की जानकारी सुरक्षाबलों को दी है. सुरक्षा बल के अधिकारी संतु को अज्ञात जगह पर रखे हुए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगले कुछ दिनों में उसके आत्मसमर्पण की आधिकारिक की घोषणा की जाएगी.
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दरअसल, बूढ़ा पहाड़ के इलाके में पिछले दो महीने से माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑक्टोपस (Operation Octopus) चलाया जा रहा है. इसी अभियान के दौरान संतु बूढ़ा पहाड़ के इलाके से निकल कर भाग गया था. बूढ़ा पहाड़ से निकलकर भागने के बाद वह लातेहार, लोहरदगा और गुमला के सीमावर्ती इलाके में सक्रिय था. संतु पलामू गढ़वा और लातेहार में 50 से भी अधिक बड़े नक्सल हमले में आरोपी रहा है. बूढ़ा पहाड़ पर पिछले एक दशक से सक्रिय था. 2010 के बाद बूढ़ा पहाड़ और लातेहार के इलाके में जितने भी बड़े नक्सल हमले हुए हैं उस हमले में संतु की भूमिका रही है.
माओवादियों ने कर दिया था डिमोशन: बूढ़ा पहाड़ के इलाके में सक्रिय संतु पर झारखंड सरकार ने 10 लाख रुपय के नाम घोषित किया था. हाल में ही राज्य सरकार ने उस पर इनाम की राशि को घटाकर पांच लाख रुपये कर दी थी. दरअसल, संतु का माओवादियों ने प्रेम प्रसंग के कारण डिमोशन कर दिया था. हालांकि वो बूढ़ा पहाड़ के इलाके में माओवादियों का एक बड़ा चेहरा था. संतु का ससुराल भी बूढ़ा पहाड़ के इलाके में है.