पलामू: सेक्स रैकेट मामले में पुलिस ने कई होटल और लॉज को रडार पर लिया है. पुलिस को रैकेट से जुड़े कुछ होटल और लॉज के नाम मिले है, जिस पर पुलिस आगे की अनुसंधान कर रही है. पलामू में अब दो बड़े सेक्स रैकेट चिन्हित हुए है, एक रैकेट वन टू वन जुड़ा हुआ है, जबकि दूसरे का नेटवर्क संगठित है.
पिछले एक साल के अंदर सेक्स रैकेट के दो बड़े नेटवर्क का पलामू पुलिस ने खुलासा किया है. 18 सितंबर को मेदिनीनगर के रेडमा के इलाके में एक होटल से सेक्स रैकेट में शामिल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस रैकेट में स्कूली बच्चियां भी शामिल थी. सेक्स रैकेट से जुड़े लोगों ने पुलिस को कई होटल और लॉज के नाम बताएं हैं. एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि पुलिस मामले में गंभीरता पूर्वक जांच कर रही है. इसमें कई पुलिस कर्मियों को लगाया गया है.
ग्रामीण तक पहुंचा सेक्स रैकेट नेटवर्क के तार
सेक्स रैकेट का नेटवर्क ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंच गया है. पकड़ी गई लड़कियां चैनपुर, पाटन के इलाके की है. सभी को पैसे की लालच देकर गिरोह ने इस धंधे में शामिल किया था. जबकि कई बहकावे में आ गई है. पुलिस को दर्जनों मोबाइल नंबर मिले है, जिसका सीडीआर निकाला जा रहा है. सभी के कॉल डीटेल को खंगाली जाएगी. जिसके बाद नेटवर्क में शामिल कई और नामों का खुलासा होगा.
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पलामू-गढ़वा में सक्रिय है बड़ा नेटवर्क
पलामू का सेक्स रैकेट का नेटवर्क वाराणसी और रांची से जुड़ा हुआ है. फरवरी में मेदिनीनगर के विभिन्न इलाकों से 08 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जो इस नेटवर्क में शामिल थी. इस रैकेट में गढ़वा एक महवपूर्ण कड़ी है. पलामू पुलिस को सेक्स रैकेट का संचालन करने वाले करीब आठ से नौ लोगों के नाम और मोबाइल नंबर मिले थे जिनमें से कई गढ़वा के भी रहने वाले हैं. पुलिस को जो जानकारी मिली है कि मेदिनीनगर में रैकेट ग्राहकों से 500 से 10,000 रुपये तक कि वसूली करता है. वाराणसी और रांची से आने वाले लड़कियों को हाई प्रोफाइल जगहों पर भेजा जाता है जिसके एवज में मोटी रकम वसूली जाती है. पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार 10 से 25 प्रतिशत हिस्सा दलाल अपने पास रख लेते हैं.