पलामू: एक ऐसा गिरोह जो किराया पर गाड़ी बुक करता था, उसके बाद ड्राइवर या मालिक का अपहरण कर लेता था. अपहरण के बाद लाखों की फिरौती वसूली जाती थी. यह गिरोह पलामू समेत कई इलाकों में सक्रिय था. पुलिस ने गिरोह से जुड़े तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सदस्यों ने पलामू पुलिस के समक्ष कई बड़े खुलासे किए हैं. पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में दो जनवरी को को फरीद आलम नामक व्यक्ति ने चंदन कुमार चंद्रवंशी नामक व्यक्ति की गाड़ी किराए पर लिया.
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इस दौरान फरीद ने चंदन को बताया कि उसके रिश्तेदार में एक व्यक्ति बीमार है उसे लेने जाना है. गाड़ी बुक करने के बाद सभी चंदन कुमार चंद्रवंशी को नावाबाजार के रतनाग के इलाके में ले गए और वहीं अपहरण कर लिया. बाद में फिरौती के रूप में पांच लाख रुपये की मांग की गई. फिरौती की रकम नहीं मिलने के बाद अपराधियों ने चंदन से पे फोन के माध्यम से 30 हजार रुपये ले लिए और उसे जंगल में छोड़ दिया. इस दौरान अपहरणकर्ताओं ने चंदन की गाड़ी को भी छोड़ दिया और तेल भरवाकर आने के लिए अपने पास से 500 रुपये छोड़ दिए थे. इसी मामले में पुलिस अनुसंधान करते हुए अपहरण के आरोपी नीरज पाल, फरीद आलम और फिरोज अंसारी को गिरफ्तार किया है.
पलामू टाउन थाना प्रभारी अरुण कुमार माहथा ने बताया कि पूरे घटना का मास्टरमाइंड नीरज कुमार पाल है. नीरज कुमार पाल पीड़ित के घर के बगल में किराए के मकान पर रहता था और उसी ने ही अपहरण की साजिश रची थी. जबकि घटना को अंजाम देने में फरीद आलम, फिरोज अंसारी और नूरैन उर्फ मुन्ना शामिल था. नूरैन उर्फ मुन्ना फिलहाल फरार है.
किराया का मकान इलाके में करते थे रेकी, फिर खाली घरों को बनाते थे निशाना: किराया का मकान लेकर इलाके में पहले रेकी करते थे, फिर खाली घरों निशाना बनाते थे और कीमती सामान को गायब कर देते थे. गिरोह के निशाने पर घर के अंदर रखे महंगे मोबाइल होते थे. पलामू पुलिस ने ऐसे ही चोरी के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवकों के पास से पुलिस ने चोरी के दो मोबाइल बरामद किया है. पलामू में मेदिनीनगर में हुई एक मोबाइल चोरी की घटना की जांच कर रही थी, इसी क्रम में पुलिस ने रवि रंजन चौरसिया और आलोक कुमार सिंह नामक युवक को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आलोक कुमार सिंह गढ़वा के भवनाथपुर का रहने वाला है जबकि रवि रंजन चौरसिया का कोई घर नहीं है. वह चैनपुर के इलाके में अपने मामा के यहां रहता था. पलामू टाउन थाना प्रभारी अरुण कुमार माहथा ने बताया कि पुलिस दोनों शातिर हैं. ये मेदिनीनगर के रेडमा के इलाके में किराया का मकान लेकर रहते थे और खाली घरों का रेकी करते थे. रेकी करने के बाद ये खाली घरों का पूरा निशाना बनाते थे और चोरी की घटना को अंजाम देते थे.