पलामूः जिले में मनरेगा में कई गड़बड़ियों को पकड़ा जा रहा है, इसी कड़ी में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पलामू के पाटन के इलाके में मनरेगा के तहत पशु शेड निर्माण घोटाला के पकड़े जाने के बाद अब नया घोटाला पकड़ा गया है. मनरेगा के तहत जेल में बंद एक व्यक्ति को मजदूरी का भुगतान किया गया है, वहीं एक नाबालिग लड़की के नाम पर भी मनरेगा जॉब कार्ड बनाया गया है. नाबालिग लड़की को पिछले दो वर्षों से मजदूरी का भी भुगतान किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः मनरेगा घोटाला: पंचायतों में बनाना था पांच पशु शेड, बना दिए 400 से अधिक
गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद पलामू जिला प्रशासन ने पूरे मामले में नए सिरे से जांच शुरू कर दिया है. पलामू के तरहसी के इलाके में उदेश कुमार यादव नामक व्यक्ति को मनरेगा मजदूरी के नाम पर भुगतान किया गया है. दरअसल उदेश कुमार यादव कई महीनों से अपहरण के एक मामले में जेल में बंद है. वहीं तरहसी के इलाके में ही एक 12 वर्षीय बच्ची का फर्जी जॉब कार्ड बनाया गया है. फर्जी जॉब कार्ड बनाकर 2022 और 23 में उसे मनरेगा के तहत मजदूरी का भुगतान भी किया गया है. पूरे मामले में जांच की जा रही है.
पलामू डीसी ए दोड्डे ने कहा कि दोषी कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीसी ने बताया कि हर महीने मनरेगा की समीक्षा की जाती है. समीक्षा के क्रम में दोषी पाए जाने वाले कर्मियों खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है. हिसरा बरवाडीह में गड़बड़ी पकड़ने के बाद कार्रवाई की गई है, उसी तरह की कार्रवाई इन मामलों में की जाएगी. दोनों मामले में रोजगार सेवक, मुखिया समेत अन्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है. डीसी ने मामले में एफआईआर का भी आदेश दिया है. पलामू के पाटन प्रखंड के हिसरा बरवाडीह पंचायत में मनरेगा नियमों को ताक में रखकर 450 से अधिक पशु शेड का निर्माण किया गया था.
जबकि मनरेगा के तहत एक पंचायत में अधिकतम पांच पशु शेड का निर्माण किया जाना था. मामला पकड़ में आने के बाद पूरे जिले में मनरेगा के तहत योजनाओं की जांच की जा रही है. इसी जांच में कई गड़बड़ियां निकल कर सामने आ रही है.