पलामू: भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) का राष्ट्रीय सम्मेलन पलामू में जारी है. रविवार को राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन होना है. शनिवार को राष्ट्रीय सम्मेलन में जेंडर समस्या, महिला अपराध, पर्यावरण समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई. इप्टा के राष्ट्रीय सम्मेलन में 18 राज्यों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. इस दौरान वैज्ञानिक चेतना तर्क, खेती किसानी संकट, सामाजिक न्याय, आर्थिक असमानता, संप्रदायिकता पर्यावरण के सवाल पर कार्यशाला भी आयोजित की जा रही है. भारतीय जन नाट्य संघ समाज में नारी सशक्तीकरण का कार्य कर रहा है.
जेंडर समस्या एक पुरुषाें के सोच की उपजः इलाके में महिलाओं के प्रति अपराध एक बड़ी समस्या है. इसके आंकड़े डराने वाले हैं. राष्ट्रीय सम्मेलन में महिला अपराध जेंडर समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने इप्टा के राष्ट्रीय सचिव उषा अठावले और जेएनयू की स्कॉलर वर्षा आनंद से बातचीत की. दोनों ने कहा कि महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध गंभीर मामले हैं. उषा अठावले ने कहा कि जेंडर समस्या एक पुरुषाें के सोच की उपज है. बचपन से बताया जाता है कि पुरुष ही शासन कर सकता है. पुरुष ही सब कुछ कर सकता है. उन्होंने कहा कि नाटक और अन्य माध्यमों से लोगों को इस शासनात्मक समस्या के बारे में जागरूक कर करने में मदद कर रहे है. उषा आनंद ने कहा कि अब तक राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से चर्चा कर रहे हैं. एक संगठन के अंदर औरतों की मौजूदगी कैसे दिखाएं. उन्होंने कहा कि अक्सर समाज के अंदर औरतों को उतनी तरजीह नहीं दी जाती, जितनी की हकदार हैं.
अंधविश्वास के कारण होती अपराध का शिकारः दोनों ने कहा कि अंधविश्वास के कारण महिलाएं एक बड़े अपराध का शिकार बनती है. इसकी जड़े में कई और वजह होती हैं लेकिन इसके शिकार महिलाएं होती है. जेंडर विषय पर आयोजित कार्यशाला का नसीरुद्दीन और कबीर ने संचालन किया. समसामयिक विषय पर कार्यशाला में रविवार को भी चर्चा किया जाएगा और कई प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे. कार्यशाला के अंतिम लोक गायिका नेहा सिंह राठौर भी अपनी प्रस्तुति देंगी.