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नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह, राज्यपाल ने कहा- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत

पलामू के नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है. दूसरे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल रमेश बैस शामिल हुए (Governor Ramesh Bais attend convocation Ceremony).

Governor Ramesh Bais attend convocation of Nilamber Pitamber University in Palamu
पलामू
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Published : Oct 14, 2022, 1:16 PM IST

Updated : Oct 14, 2022, 6:06 PM IST

पलामूः नीलांबर पीतांबर वीर सपूत थे, स्वतंत्रता की लड़ाई में दोनों सगे भाइयों का अहम योगदान रहा है. नीलांबर पीतांबर की जीवनी से सीख लेने की जरूरत है. यह बात राज्यपाल रमेश बैस ने के नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में कही(Governor Ramesh Bais attend convocation Ceremony). दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि आज के दौर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की जरूरत है. प्रतियोगिता के इस जमाने में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही सफलता दिलाएगी.

ये भी पढ़ेंः राज्यपाल रमेश बैस के पलामू दौरे को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद, NPU के दीक्षांत समारोह में होंगे शामिल

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की जरूरतः राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि शिक्षा सर्वाधिक शक्तिशाली शस्त्र है. जिसके उपयोग से हम पूरी दुनिया की तस्वीर बदल सकते हैं. शिक्षा के साथ ही चरित्र निर्माण भी आवश्यक है. महात्मा गांधी के अनुसार चरित्र के बिना ज्ञान बुराई को पनपने की शक्ति देता है. चरित्रवान युवा ही देश के भविष्य हैं. यह सुखद तथ्य है कि भारत युवाओं का देश है. पूरे विश्व में युवाओं की सर्वाधिक आबादी भारत में ही है हमें युवा शक्ति पर गर्व है. दीक्षांत समारोह में राज्यपाल करीब दो घंटे तक रहे और टॉपर छात्रों को गोल्ड मेडल दिया.

देखें पूरी खबर
गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों के चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिएः राज्यपाल रमेश बैस ने कार्यक्रम के अंत में कहा कि गोल्ड मेडल का इंतजार छात्र लंबे समय से करते हैं. गोल्ड मेडल देने के दौरान उन्हें दिखा कि कई छात्रों के चेहरे से मुस्कान गायब थी. छात्रों के चेहरे पर सदा मुस्कान रहनी चाहिए. गोल्ड मेडल मिलना गौरवान्वित करने वाला होता है.92 टॉपरों को दिया गया गोल्ड मेडलः नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी के दूसरे दीक्षांत समारोह में यूनिवर्सिटी के 92 टॉपरों को गोल्ड मेडल दिया गया जबकि 13 पीएचडी धारकों को डिग्री दी गई. इस दौरान नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी के कुलगीत की भी प्रस्तुति की गई. इस गीत का 8 अक्टूबर को राज्यपाल ने विमोचन किया था. 2017 से 2020 तक यूनिवर्सिटी से 61395 छात्रों ने उतीर्ण किया है. जिसमें से 130 गोलमेडलिस्ट जबकि 21 पीएचडी धारक हैं.

नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी की स्थापना 17 जनवरी 2009 को हुई थी. यूनिवर्सिटी के अंतर्गत एक मेडिकल कॉलेज, एक डेंटल कॉलेज, चार नर्सिंग कॉलेज, 12 बीएड कॉलेज, एक लॉ कॉलेज 2 महिला कॉलेज हैं. इस दौरान यूनिवर्सिटी के कुलपति रामलखन सिंह, प्रतिकुलपति दीपनारायण यादव, कुलसचिव राकेश कुमार सिंह, विधायक रामचन्द्र सिंह, बैजनाथ राम, मेयर अरुणा शंकर, पलामू कमिश्नर जटा शंकर चौधरी, डीसी ए दोड्डे, एसपी चंदन कुमार सिन्हा मौजूद थे.


शहीद अनुराग शुक्ला को दिया गया गोल्ड मेडलः द्वितीय दीक्षांत समारोह में शहीद अनुराग शुक्ला को गोल्ड मेडल दिया गया. अनुराग शुक्ला 2019 में अर्थशास्त्र में टॉप रहे थे. अनुराग शुक्ला जवानों को प्रशिक्षण देने और उन्हें बचाने के क्रम में शहीद हो गए थे. उनके माता पिता ने गोल्ड मेडल लिया. कुलपति रामलखन सिंह ने कहा कि अनुराग शुक्ला का गोल्ड मेडल मिलना गौरान्वित करने वाला है.


पांच हजार छात्रों की बैठने की थी व्यवस्था, अधिकांश कुर्सियां रही खालीः द्वितीय दीक्षांत समारोह में पांच हजार छात्रों के बैठने के लिए व्यवस्था की गई थी. लेकिन अधिकांश कुर्सियां खाली थीं. राज्यपाल अपने निर्धारित समय से 15 मिनट पहले दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचे थे. राज्यपाल के आगमन को लेकर 500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. 3 डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर, 50 से अधिक सब इंस्पेक्टर की तैनाती की गई थी. राज्यपाल सड़क मार्ग द्वारा पलामू पंहुचे थे.

पलामूः नीलांबर पीतांबर वीर सपूत थे, स्वतंत्रता की लड़ाई में दोनों सगे भाइयों का अहम योगदान रहा है. नीलांबर पीतांबर की जीवनी से सीख लेने की जरूरत है. यह बात राज्यपाल रमेश बैस ने के नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में कही(Governor Ramesh Bais attend convocation Ceremony). दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि आज के दौर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की जरूरत है. प्रतियोगिता के इस जमाने में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही सफलता दिलाएगी.

ये भी पढ़ेंः राज्यपाल रमेश बैस के पलामू दौरे को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद, NPU के दीक्षांत समारोह में होंगे शामिल

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की जरूरतः राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि शिक्षा सर्वाधिक शक्तिशाली शस्त्र है. जिसके उपयोग से हम पूरी दुनिया की तस्वीर बदल सकते हैं. शिक्षा के साथ ही चरित्र निर्माण भी आवश्यक है. महात्मा गांधी के अनुसार चरित्र के बिना ज्ञान बुराई को पनपने की शक्ति देता है. चरित्रवान युवा ही देश के भविष्य हैं. यह सुखद तथ्य है कि भारत युवाओं का देश है. पूरे विश्व में युवाओं की सर्वाधिक आबादी भारत में ही है हमें युवा शक्ति पर गर्व है. दीक्षांत समारोह में राज्यपाल करीब दो घंटे तक रहे और टॉपर छात्रों को गोल्ड मेडल दिया.

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गोल्ड मेडलिस्ट छात्रों के चेहरे पर मुस्कान होनी चाहिएः राज्यपाल रमेश बैस ने कार्यक्रम के अंत में कहा कि गोल्ड मेडल का इंतजार छात्र लंबे समय से करते हैं. गोल्ड मेडल देने के दौरान उन्हें दिखा कि कई छात्रों के चेहरे से मुस्कान गायब थी. छात्रों के चेहरे पर सदा मुस्कान रहनी चाहिए. गोल्ड मेडल मिलना गौरवान्वित करने वाला होता है.92 टॉपरों को दिया गया गोल्ड मेडलः नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी के दूसरे दीक्षांत समारोह में यूनिवर्सिटी के 92 टॉपरों को गोल्ड मेडल दिया गया जबकि 13 पीएचडी धारकों को डिग्री दी गई. इस दौरान नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी के कुलगीत की भी प्रस्तुति की गई. इस गीत का 8 अक्टूबर को राज्यपाल ने विमोचन किया था. 2017 से 2020 तक यूनिवर्सिटी से 61395 छात्रों ने उतीर्ण किया है. जिसमें से 130 गोलमेडलिस्ट जबकि 21 पीएचडी धारक हैं.

नीलांबर पीतांबर यूनिवर्सिटी की स्थापना 17 जनवरी 2009 को हुई थी. यूनिवर्सिटी के अंतर्गत एक मेडिकल कॉलेज, एक डेंटल कॉलेज, चार नर्सिंग कॉलेज, 12 बीएड कॉलेज, एक लॉ कॉलेज 2 महिला कॉलेज हैं. इस दौरान यूनिवर्सिटी के कुलपति रामलखन सिंह, प्रतिकुलपति दीपनारायण यादव, कुलसचिव राकेश कुमार सिंह, विधायक रामचन्द्र सिंह, बैजनाथ राम, मेयर अरुणा शंकर, पलामू कमिश्नर जटा शंकर चौधरी, डीसी ए दोड्डे, एसपी चंदन कुमार सिन्हा मौजूद थे.


शहीद अनुराग शुक्ला को दिया गया गोल्ड मेडलः द्वितीय दीक्षांत समारोह में शहीद अनुराग शुक्ला को गोल्ड मेडल दिया गया. अनुराग शुक्ला 2019 में अर्थशास्त्र में टॉप रहे थे. अनुराग शुक्ला जवानों को प्रशिक्षण देने और उन्हें बचाने के क्रम में शहीद हो गए थे. उनके माता पिता ने गोल्ड मेडल लिया. कुलपति रामलखन सिंह ने कहा कि अनुराग शुक्ला का गोल्ड मेडल मिलना गौरान्वित करने वाला है.


पांच हजार छात्रों की बैठने की थी व्यवस्था, अधिकांश कुर्सियां रही खालीः द्वितीय दीक्षांत समारोह में पांच हजार छात्रों के बैठने के लिए व्यवस्था की गई थी. लेकिन अधिकांश कुर्सियां खाली थीं. राज्यपाल अपने निर्धारित समय से 15 मिनट पहले दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचे थे. राज्यपाल के आगमन को लेकर 500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. 3 डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर, 50 से अधिक सब इंस्पेक्टर की तैनाती की गई थी. राज्यपाल सड़क मार्ग द्वारा पलामू पंहुचे थे.

Last Updated : Oct 14, 2022, 6:06 PM IST
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