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पंजाब से भटक झारखंड पहुंची नाबालिग लड़की, बाल संरक्षण आयोग ने परिवार से मिलवाया - डालटनगंज रेलवे स्टेशन

पंजाब से भटक कर पलामू पहुंची एक नाबालिग बच्ची को बाल संरक्षण आयोग की टीम ने उसके परिजनों से मिलवाया है. एक महीने तक बच्ची को स्वाधार गृह में रखा गया. गुरुवार को बच्ची के परिजन पलामू पहुंचे थे.

पंजाब से भटक कर पलामू पहुंची बच्ची
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Published : Jun 6, 2019, 6:12 PM IST

पलामू: पंजाब से भटक कर पलामू पहुंची एक नाबालिग बच्ची को बाल संरक्षण आयोग की टीम ने उसके परिजनों से मिलवाया है. करीब एक महीने पहले नाबालिग भटक कर पलामू पंहुच गई थी. डालटनगंज रेलवे स्टेशन से नाबालिग को रेलवे पुलिस ने बरामद किया और बाल संरक्षण आयोग की टीम को सौंपा था.

पंजाब से भटक कर पलामू पहुंची बच्ची

पंजाब से भटक कर झारखंड पहुंची
पंजाब की एक नन्ही गुड़िया अपने परिजनों से बिछड़ कर झारखंड पहुंच जाती है. उधर, उसके परिजन तो परेशान थे ही, इधर एक महीने से झारखंड पुलिस भी परेशान थी कि आखिर कैसे उस नन्ही परी को उसके परिवार से मिलवाए.

बच्ची हिंदी नहीं बोल पाती
बच्ची हिंदी नहीं बोल पाती है इसलिए पुलिस भी परेशान थी. हालांकि उन्होंने लड़की के बाताए जानकारी के आधार पर जांच जारी रखी. आखिरकार पुलिस को कामयाबी मिली उन्होंने बाल संरक्षण आयोग के साथ मिलकर लड़की के परिजनों को पंजाब के अमृतसर से ढूंढ निकाला. बच्ची पंजाब में अमृतसर के एक ऑटो ड्राइवर हरिंदर सिंह की बेटी है. हरिंदर सिंह पूरे परिवार के साथ बेटी से मिलने पलामू पहुंचे हैं.

ये भी पढ़ें- कुख्यात अपराधी शहादत गिरफ्तार, दो वर्षों से तलाश रही थी पुलिस


अमृतसर से पहुंचे परिजन
एक महीने तक बच्ची को स्वाधार गृह में रखा गया. गुरुवार को बच्ची के परिजन पलामू पहुंचे थे. बाल संरक्षण आयोग की टीम बच्ची को छोड़ने अमृतसर जाएगी. बहरहाल टीम की इस पहल पर लड़की के परिजन शुक्रिया कहते नहीं थक रहे हैं.

पलामू: पंजाब से भटक कर पलामू पहुंची एक नाबालिग बच्ची को बाल संरक्षण आयोग की टीम ने उसके परिजनों से मिलवाया है. करीब एक महीने पहले नाबालिग भटक कर पलामू पंहुच गई थी. डालटनगंज रेलवे स्टेशन से नाबालिग को रेलवे पुलिस ने बरामद किया और बाल संरक्षण आयोग की टीम को सौंपा था.

पंजाब से भटक कर पलामू पहुंची बच्ची

पंजाब से भटक कर झारखंड पहुंची
पंजाब की एक नन्ही गुड़िया अपने परिजनों से बिछड़ कर झारखंड पहुंच जाती है. उधर, उसके परिजन तो परेशान थे ही, इधर एक महीने से झारखंड पुलिस भी परेशान थी कि आखिर कैसे उस नन्ही परी को उसके परिवार से मिलवाए.

बच्ची हिंदी नहीं बोल पाती
बच्ची हिंदी नहीं बोल पाती है इसलिए पुलिस भी परेशान थी. हालांकि उन्होंने लड़की के बाताए जानकारी के आधार पर जांच जारी रखी. आखिरकार पुलिस को कामयाबी मिली उन्होंने बाल संरक्षण आयोग के साथ मिलकर लड़की के परिजनों को पंजाब के अमृतसर से ढूंढ निकाला. बच्ची पंजाब में अमृतसर के एक ऑटो ड्राइवर हरिंदर सिंह की बेटी है. हरिंदर सिंह पूरे परिवार के साथ बेटी से मिलने पलामू पहुंचे हैं.

ये भी पढ़ें- कुख्यात अपराधी शहादत गिरफ्तार, दो वर्षों से तलाश रही थी पुलिस


अमृतसर से पहुंचे परिजन
एक महीने तक बच्ची को स्वाधार गृह में रखा गया. गुरुवार को बच्ची के परिजन पलामू पहुंचे थे. बाल संरक्षण आयोग की टीम बच्ची को छोड़ने अमृतसर जाएगी. बहरहाल टीम की इस पहल पर लड़की के परिजन शुक्रिया कहते नहीं थक रहे हैं.

Intro:पंजाब से भटक कर नाबालिग बच्ची पंहुची पलामू, बाल संरक्षण आयोग ने खोज निकाला परिवार को

पलामू। पंजाब से भटक कर पलामू पंहुची एक नाबालिग बच्ची को बाल संरक्षण आयोग की टीम ने परिजनों से मिलवाया है। करीब एक महीना पहले नाबालिग भटक कर पलामू पंहुच गई थी , डालटनगंज रेलवे स्टेशन से नाबालिग को रेलवे पुलिस ने बरामद किया था और बाल संरक्षण आयोग की टीम को सौंपा था। नाबालिग पंजाब में अमृतसर के ऑटो ड्राइवर हरिंदर सिंह की बेटी है, हरिंदर सिंह पूरे परिवार के साथ बेटी से मिलने पलामू पंहुचे हैं। नाबालिग सिर्फ पंजाबी भाषा बोल पाती थी जिस कारण उसके परिजनों को खोजने में आयोग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। करीब एक महीने बाद अमृतसर के बाल संरक्षण आयोग की टीम ने बच्ची की पहचान की।


Body:एक महीने तक बच्ची को स्वाधार गृह में रखा गया। गुरुवार को बच्ची के परिजन पलामू पंहुचे थे, बाल संरक्षण आयोग की टीम बच्ची को छोड़ने अमृतसर जाएगी।


Conclusion:पंजाब से भटक कर नाबालिग बच्ची पंहुची पलामू, बाल संरक्षण आयोग ने खोज निकाला परिवार को
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