रांची: झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत पाटन में एक दलित छात्रा से गैंगरेप की घटना (Gangrape case of Dalit girl in palamu) के विरोध में बुधवार को सैकड़ों लोगों ने पलामू कलेक्टरेट के सामने जोरदार प्रदर्शन किया (Demonstration of people in front of Collectorate). इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कार से जा रहे डीसी आंजनेयुलु दोड्डे को भी काफी देर तक घेरे रखा. प्रदर्शन कर रहे लोग अभियुक्तों को शीघ्र गिरफ्तार करने, फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से फांसी की सजा दिलाने, पीड़िता के परिजनों को 10 लाख रुपये और परिजनों को समुचित सुरक्षा देने की मांग कर रहे थे.
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इधर, जिला प्रशासन ने इस प्रदर्शन के बाद सरकारी कामकाज में बाधा डालने के आरोप में 40 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. पाटन थाना इलाके में एक दलित छात्रा के साथ 11 दिसंबर को गैंगरेप हुआ था. नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली इस छात्रा के माता-पिता और घर के लोग एक वैवाहिक समारोह में भाग लेने गए थे, उसी दौरान उसे अकेली पाकर चार युवकों ने उसका गैंगरेप किया था. इस घटना के आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं. इसके खिलाफ उत्पीड़न विरोधी अभियान के बैनर तले बुधवार दोपहर अम्बेडकर पार्क से जुलूस निकालकर लोग पलामू डीसी-एसपी कार्यालय के पास पहुंचे. यहां एक सभा भी आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता झारखंड क्रांति मंच के संस्थापक सह केंद्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने की.
सभा को अखिल भारतीय महिला सभा की प्रभारी दिव्या भगत, किसान सभा के बी.एन. सिंह, झारखंड बौद्ध महासभा की सुषमा बौद्ध, भीम आर्मी के प्रदेश महासचिव नागमणि रजक, पूर्व जिप अध्यक्ष प्रभा देवी, पीड़िता की मां, मंच की केंद्रीय सचिव निर्मला कुमारी, नगर अध्यक्ष प्रदीप राम, आइसा की जिला उपाध्यक्ष ममता कुमारी सहित कई अन्य ने संबोधित किया. प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टरेट का गेट काफी देर तक जाम किए रखा.
--आईएएनएस